अलंकरण समारोह के साथ हुआ किंकीणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्योत्सव का समापन
उज्जैन। किंकीणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्योत्सव 2019 का समापन अलंकरण एवं पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। इस मौके पर कत्थक कार्यशाला की सुंदर अविस्मरणीय प्रस्तुति भी दी गई।
प्रतिभा संगीत कला संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय किंकिणी कीर्तन अंतर्राष्ट्रीय नृत्योत्सव का समापन नृत्य प्रस्तुतियों, नृत्य अलंकरण तथा पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हुआ। संस्था की निदेशक इंजीनियर प्रतिभा रघुवंशी एलची ने बताया कि संपूर्ण भारत से पधारे कथक नर्तकों ने लगातार दो दिनों तक प्रस्तुतियां देकर मन मोह लिया। ताइवान तथा थाईलैंड से आई बालिकाओं का भारतीय शास्त्रीय नृत्य के प्रति समर्पण भी प्रेरक रहा। समापन संध्या में कत्थक की वरेण्य एवं विख्यात गुरु पुणे से पधारी शमा भाटे को कथक के सुदीर्घ समर्पण स्वरूप पंडित कुंदनलाल गंगानी नृत्य अलंकरण से अलंकृत किया गया। संस्था की बालिकाओं ने 25 दिवसीय कत्थक कार्यशाला में उज्जैन की युवा नृत्यांगना इंजीनियर प्रतिभा रघुवंशी एलची से प्रशिक्षण प्राप्त किया और उसकी विशिष्ट एवं आकर्षक प्रस्तुति दी। सिद्धी अभय को पंडित राजेंद्र गंगानी युवा नृत्य अलंकरण से सम्मानित किया गया। साथ ही रागिनी नागर को प्रतिभा अलंकरण, थाइलैंड की जित्रावन फाकफुन को नटराज अलंकरण, सम्राट चैधरी को कत्थक श्री अलंकरण से अलंकृत किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में साहित्यकार डॉ. विवेक चैरसिया, कालिदास संस्कृत अकादमी की निदेशक प्रतिभा दवे, शमा भाटे पुणे व पंडित राजेंद्र कुमार गंगानी मंचासीन थे। संचालन पद्मजा रघुवंशी ने किया तथा आभार संस्था के मानसेवी सचिव डॉ. रौनक एलची ने व्यक्त किया।