पैसे के लिए नाचने वाले क्या जाने आजादी और कुर्बानी क्या होती है
नाथूराम विनायक गोड़से भारत भाग्य विधाता नही ंतो उससे कम भी नहीं- देवेन्द्र पांडेय
उज्जैन। देश की स्वतंत्रता के रक्षार्थ और सामाजिक नफरत को समाप्त करने की पवित्र मंशावश गांधी का वध किया गया। नाथूराम विनायक गोड़से महान देशभक्त थे, जिन्हें भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद और सुभाषचंद्र बोस से कम आंकना इतिहास का अपमान होगा।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पांडेय ने कमल हासन के उस बयान जिसमें गोड़से को आतंकी कहा गया का जवाब देते हुए उक्त बात कही। महासभा प्रदेश प्रवक्ता मनीषसिंह चौहान के अनुसार देवेन्द्र पांडेय ने कहा कि देश में गंदी राजनीति का चलन हो गया है। झूठ फरेबी, लुटेरे और सिंध्दांतहीन लोग राजनीति के पुरोधा बने हुए हैं। तभी तो राष्ट्रनीति विलुप्त हो रही है। बेशर्मी की बात है कि वैश्या पतिव्रता धर्म की मर्यादा किसी सती को समझाये, लुटेरा चौकीदार हो और कामी आबरू की रक्षा का ठेकेदार हो। पांडेय ने कहा कि भारत के अखंडता एवं अस्तित्व को तब खतरा पैदा हो गया था जब देश को चीर कर पाकिस्तान बनाया गया जिसके जनक मोहनदास करमचंद्र गांधी थे। गांधीजी की जिद जिसके कारण भारत दोबारा फिर खंडित होने की कगार पर खड़ा था, गांधी की जिद के कारण भारत बार-बार टुकड़ों में विभक्त हो, देश के मालिक हिंदू का कत्ल होता रहे, हिंदू की इज्जत सिर्फ इसलिए लुटती रहे कि कहीं हिंदूओं का कत्ल करने वाला मुसलमान नाराज न हो जाये। ऐसे हालात में गांधी वध देश हित का सर्वोच्च निर्णय था। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पांडेय ने कहा कि इस समय भारत की स्वतंत्रता खतरे में है, देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जातीय नफरत फैलाकर देश में गृहयुध्द की स्थिति पैदा कर रहे हैं और कांग्रेस कमल हासन जैसे लोगों से गोड़से जैसे महान देशभक्त को गाली दिलवाने का काम कर रही है। ये वही कमल हसन है जिनकी जुबान में भारत के सीने को छलनी करने वाले किसी भी आतंकी के खिलाफ निंदा के एक शब्द भी नहीं निकले, क्या इस मौन का कारण यह है कि भारत के भीतर दहशत फैलाने हेतु किये गये हर आतंकी हमले में मुसलमान शामिल था। नाथूराम विनायक गोड़से के नाम पर कभी भाजपा ने हिंदुत्व की रोटियां सेंकी तो कभी कांग्रेस ने नफरत फैलाने का काम किया। हमें गर्व है कि नाथूराम गोड़से हिंदू महासभा के वीर सपूत थे जिन्हें देश की स्वतंत्रता का अंतिम सेनानी घोषित होना चाहिये उन्हें कांग्रेस और भाजपा अपने अपने स्वार्थ के लिए आतंकी कहकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। पांडेय ने कहा कि गांधी वध गोड़से ने किया और उसे स्वीकारते हुए वो फांसी के फंदे में झूल गये। देश में गांधी वध पर चर्चा बहुत हुई अब तो यह चर्चा जरूरी है कि गांधी वध क्यों हुआ। गोड़से की सच्चाई और भारत के साथ हो रहे विश्वासघात की सत्यता को जाने बगैर गांधी वध की मजबूरी को समझना संभव नहीं है। देश की जनता से इतिहास की सत्यता को छुपाया गया, अपने स्वार्थ के लिए नेताओं ने अपने हित का इतिहास गढ़ने की कोशिश की यही कारण है कि गांधी को लोग राष्ट्रपिता और गोड़से को हत्यारा जानते हैं, गोड़से के कृत्य अगर आतंक है तो हमें ऐसे देशभक्त आतंकी पर गर्व है। पांडेय ने कहा कि गोड़से की विचारधारा अभी जीवित है जसे कुचला नहीं जा सकता, राष्ट्रहित सर्वोपरि है जिसके रक्षा हेतु हिंदू महासभा का बच्चा-बच्चा गोड़से, बच्चा बच्चा सावरकर है जिससे गद्दारों को हमेशा भय बना रहता है। हमारा उद्देश्य सबल, सक्षम, संपन्न, वैभवशाली अखंड हिंदू राष्ट्र निर्माण करना है, जिस की समस्त बाधाओं और विशमताओं की अनुकूलता हेतु शांतिपूर्ण प्रयासों को मिलने वाली अपार सफलता है। हिंदू महासभा की शांति प्रिय सफलता की बौखलाहट के परिणाम कमल हसन है जिनका राष्ट्र हित में योगदान सिर्फ इतना ही है कि पर्दे पर नाचते और नचाते हैं, उनका उद्देश्य मात्र पैसा कमाना है। ऐसे मदारियों के मुंह से देशभक्तों के नाम शोभा नहीं देते। कमल हसन को चाहिये कि अपना ध्यान नाचने गाने में लगाये, इतिहास की समीक्षा करना और गोड़से की गुढ़ता को समझ पाना उनके बूते का काम नहीं है।