राहुल गांधी और कमल हासन को धिक्कार पत्र भेजकर हिंदू महासभा ने दी बहस की चुनौती
उज्जैन। विगत दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवनखेड़ा द्वारा अखिल भारत हिंदू महासभा को मुस्लिम लीग के साथ मिलकर हिंदुस्तान से पाकिस्तान बनाने के समर्थन का आरोप लगाया है। खेड़ा के इस बयान को अखिल भारत हिंदू महासभा म.प्र. के प्रांतीय प्रवक्ता मनीषसिंह चौहान ने मनमाना, असत्य, निराधार व मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि देश हित में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर हिंदू महासभा ने सरकार बनाई थी, तत्समय वित्त मंत्री श्यामाप्रसाद मुखर्जी थे परंतु मुस्लिम लीग द्वारा पाकिस्तान बनाने के प्रस्ताव पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री मुखर्जी ने अगले ही दिन त्यागपत्र दे दिया था और हिंदू महासभा के संस्थापक सदस्य व पूर्व राष्ट्रपति अध्यक्ष वीर सावरकर ने भी पाकिस्तान बनाने की मांग को खारिज कर दिया था।
मनीषसिंह चौहान ने राष्ट्रवादी वीर सावरकर श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बारे में अनर्गल टिप्पणी करने वाले खेड़ा सहित उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सीधी बहस करने की चुनौती देते हुए धिक्कार पत्र भेजा है और कहा कि सीधी बहस में हारने पर वे राजनीति छोड़ देंगे। वहीं मक्कल निधि माईम के प्रमुख कमल हासन द्वारा पहला आतंकवादी हिंदू नाथूराम गोड़से के बयान पर हासन को आड़े लेते हुए हिंदू महासभा ने कहा कि मोहनदान गांधी देश को तोड़कर पाकिस्तान बनाने के प्रस्ताव पर अड़े और पाकिस्तान को 55 करोड़ रूपये दिलवाने हेतु अनशन पर हठधर्मिता करके तत्कालीन सरकार पर अनुचित दबाव बनाने वाले महात्मा गांधी की हत्या पं. नाथूराम गोड़से ने देश का विखंडन रोकने हेतु की थी। अन्यथा वे पं. व दो समाचार पत्रों के विद्वान, महान संपादक थे। पंडित गोडसे आतंकवादी नहीं थे वे सच्चे देशभक्त थे और देश की विखंडनकारी शक्तियों के विरोध में थे इसलिए उनको यह आतंक का तमगा वे लोग दे रहे हैं जिनके राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष ही जमानत पर घूम रहे हैं।