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धर्म के ढोंग से कथित गांधीभक्तों की नय्या पार नहीं होगी



मोदी और राहुल सत्ता में नहीं आयेंगे, क्षेत्रीय दलों का प्रधानमंत्री होगा-आचार्य सत्यम्
उज्जैन। भाजपा के साथ ही कांग्रेस भी धर्म के ढोंग के बल पर सत्ता हथियाना चाहती है। नकली राष्ट्रभक्त अब सत्ता के चल-चलाव के दौर में राष्ट्रभक्ति की टूटी नाव में बैठकर राम की शरण में पहुँच चुके हैं। इधर नेहरू-गांधी वंश के कुलदीपक और उनकी अनुशासनहीन फौज़ भी धार्मिक आस्था के केन्द्रों पर नतमस्तक होकर कलयुगी बाबाओं से धार्मिक अनुष्ठानों का ढोंग कर रही है, जो स्वयं गांधी, नेहरू और सरदार पटेल की मान्यताओं के विपरीत है। प्रदेश की राजधानी में चल रहा कथित धर्मयुद्ध कुर्सी युद्ध के अलावा कुछ भी नहीं है। 
मालव रक्षा अनुष्ठान के संयोजक आचार्य सत्यम् ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि दिग्गी राजा की नाव कम्प्युटर और जे.एन.यू. पलट कॉमरेड करात भी पार लगा दें, यह शंकास्पद है। क्योंकि उनका मुकाबला कलयुगी धर्म धुरंधरों से है। प्रदेश में कांग्रेस छक्का और लोकसभा में सेंचुरी नहीं मार पायेगी। राणा सांगा के स्वघोषित वारिस सुल्ताने हिंद की हिटलरी टोली भी दोहरी सेंचुरी से दूर होकर भाजपा के विभाजन से तीसरे मोर्चे की क्षेत्रीय दलों की केंद्रीय सत्ता अवश्यंभावी है। आचार्य सत्यम् ने आगाह किया कि प्रदेश की राजधानी और देवी अहिल्या की नगरी में फिर से वीभत्स दुष्कर्म और मासूमों की राक्षसी हत्याओं पर चुनावी नागपंचमी के कलाकार यदि मौन हैं तो मामा राज की तरह पंगु कांग्रेस सरकार भी प्रदेश को दुष्कर्मों तथा धरतीपुत्रों की आत्महत्याओं के मामले में स्वर्ण पदक ही दिलाती रहेगी। धर्म के कलियुगी ठेकेदारों से यक्ष प्रश्न है कि क्या वे मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम और महाभारत के महानायक योगेश्वर श्रीकृष्ण को जानते भी हैं? क्या वे रामचरित और श्रीमद् भगवद् गीता का मूल संदेश भी जानते हैं? भगवती सीता के अपहरण मात्र पर महापंडित रावण के कुल का उसकी सोने की लंका के साथ दहन हुआ और द्रौपदी के चीरहरण के प्रयास मात्र पर भीष्म पितामह और दानवीर कर्ण भी कुरूक्षेत्र में कौरव कुल के साथ लिटा दिए गए। मोदी, राहुल, दिग्गी और कथित साध्वी मासूम कन्याओं पर दुष्कर्म और जघन्य हत्याओं तथा धरतीपुत्रों और युवाओं, नवजात बच्चों और माताओं की अकाल मौतों तथा भारत माता के उजड़ते आंचल और गंगा यमुना में भी जहर घोलने के मामले मे अपना मौन नहीं तोड़ेंगे और कुर्सी की खातिर भारतीय नागरिकों से हमेशा की तरह छल करते रहेंगे। इतिहास इनका भविष्य तय कर चुका है। 

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