इराक ने सबसे ज्यादा की भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति
भारत में बढ़ती तेल की मांग को देखते हुए भारत को किसी न किसी देश से तेल आयात करना होता है। भारत ज्यादातर कच्चे तेल का ही आयात करता है। भारत ईरान, इराक, यूएई, अमेरिका, साउदी अरब, नाइजीरिया आदि देशों से तेल का आयात करता है। भारत ईरान तेल आयात संबंध में अमेरिका अलग से अडंगा डाल देता है। लिहाजा इन दिनों ईरान से तेल आयात लगभग बंद है। इन सबके बीच इराक ने लगातार दूसरे साल भारत को सबसे ज्यादा कच्चे तेल की आपूर्ति की है। इराक ने फाइनेंसियल ईयर 2018-19 में भारत की जरूरतों के पांचवें हिस्से की आपूर्ति की है। वहीं, इस दौरान अमेरिका से कच्चे तेल की आपूर्ति में चार गुना बढोतरी हुई है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इराक ने अप्रैल 2018 से मार्च 2019 के दौरान भारत को 4.66 करोड़ टन कच्चा तेल बेचा। जो कि फाइनेंसियल ईयर 2017-18 के 4.57 करोड़ टन की तुलना में 2 फीसदी ज्यादा है।
भारत ने साल 2018-19 में 20.7 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया। यह पिछले फाइनेंसियल ईयर के 22 करोड़ टन से कम है।
अभी तक भारत को तेल आपूर्ति में साउदी अरब का पहला नम्बर आता था, लेकिन
साल 2017-18 में पहली बार इराक ने सऊदी अरब का तमगा छीन लिया है।
सऊदी अरब ने 2018-19 में 4.03 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया, जो कि 2017-18 में 3.61 करोड़ टन तेल के आयात से अधिक है।
ईरान भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है। हालांकि, अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत ने फिलहाल ईरान से कच्चे तेल का आयात रोक दिया है।
आंकड़ों के मुताबिक, ईरान ने 2018-19 में भारत को 2.39 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति की। यह इससे पिछले फाइनेंशियल ईयर में 2.25 करोड़ टन था।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), भारत को तेल आपूर्ति के मामले में वेनेजुएला को पछाड़कर चौथे स्थान पर आ गया है। साल 2018-19 में यूएई ने भारत को 1.74 करोड़ टन जबकि वेनेजुएला ने 1.73 करोड़ टन कच्चा तेल बेचा। साल 2017-18 में वेनेजुएला ने 1.83 करोड़ टन और यूएई ने 1.42 करोड़ टन तेल की आपूर्ति की थी।
इसके बाद, भारत को कच्चे तेल आपूर्ति के मामले में नाइजीरिया का नंबर आता है। नाइजीरिया ने साल 2017-18 में 1.81 करोड़ टन की तुलना में साल 2018-19 में 1.68 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति की। वहीं, कुवैत ने 1.07 करोड़ टन और मैक्सिको ने 1.02 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति की।
अमेरिका कच्चे तेल की आपूर्ति के मामले में भारत के लिए प्रमुख स्त्रोत बन रहा है। अमेरिका से भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति साल 2018-19 में चार गुना बढ़कर 64 लाख टन हो गई। साल 2017-18 में भारत ने अमेरिका से 14 लाख टन तेल का आयात किया था। अमेरिका ने 2017 में भारत को कच्चा तेल बेचना शुरू किया था।