चतुर्थ अभा पराविज्ञान सम्मेलन में उज्जैन की ज्योतिषाचार्य सरमंडल सम्मानित
उज्जैन। चिंतपूर्णी धाम जिला ऊना हिमाचल प्रदेश में आयोजित चतुर्थ अखिल भारतीय पराविज्ञान सम्मेलन में उज्जैन की ज्योतिष आचार्य बगलामुखी साधक अर्चना सरमंडल को उनके ज्योतिष क्षेत्र में किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों तथा ज्योतिष के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
धर्मेंद्र कुमार बंसल “पटवारीजी” के संयोजन में प्रतिवर्ष किये जाने वाले इस सम्मलेन में विशेष रूप से उन विद्वानों को आमंत्रित किया जाता है जो ज्योतिष और अन्य परविध्याओं द्वारा सेवा भाव से जनता की सेवा करते हैं। उज्जैन से अर्चना सरमंडल को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। सम्मान के प्रतिउत्तर में अर्चना सरमंडल ने कहा कि मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है। ग्रह, नक्षत्र, तारे, राशियाँ, मनुष्य, प्राणी, वृक्ष, चट्टानें आदि घटक प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एक-दूसरे को प्रभावित-आकर्षित करते हैं। इन ग्रह-नक्षत्रों का मानव-जीवन पर सम्मिलित प्रभाव पड़ता है। वे कभी कष्ट दूर करते हैं, तो कभी कष्ट भी देते हैं। ये तत्व मनुष्य की सूक्ष्म संरचना एवं मनः संस्थानों पर कार्य करते हैं। ज्योतिष जीवन के हर क्षेत्र करियर, वित्त, शिक्षा, विवाह, तनाव, स्वास्थ्य, आध्यात्मिक समस्याएं और रोजमर्रा की समस्याओं पर हमारी मदद करता है। इस विद्या में इतनी शक्तियां हैं कि वह आपके मस्तिष्क में चल रहे सभी सवालों के हल प्रभावी रूप से दे सकते हैं। सम्मलेन का उद्देश्य वैदिक ज्योतिष, अंक शास्त्र, हस्तरेखा, टैरो कार्ड, हीलिंग आदि विधाओ के द्वारा ज्योतिष की सेवा करने वाले विद्वानों को सम्मनित करना था जिससे वह इसी प्रकार मानव सेवा करते रहें।