गुजराती समाज उज्जैन एक मिसाल, यह जातिक नहीं भाषिक समाज
1 मई गुजरात स्थापना दिवस मनाया, गुजराती समाज को पूरे हुए 102 साल-शोभा यात्रा में चलाया जनचेतना अभियान, लोगों से की मतदान की अपील
उज्जैन। 1 मई गुजरात स्थापना दिवस तथा गुजराती समाज उज्जैन के 102 साल पूरे होने पर श्री गुजराती समाज उज्जैन के सभी सदस्यों ने एक दूसरे को बधाई दी।
शिक्षण समिति के अध्यक्ष संजय आचार्य और सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष नीरव शाह ने कहा कि गुजराती समाज उज्जैन एक मिसाल है, यह एक भाषिक समाज हैं ना कि जातिक समाज। एक और जहां देश मे जात पात को लेकर लोग लड़ रहे हैं वहीं गुजराती समाज उज्जैन में सभी जाति के भाई बंधु आपसी प्रेम और सौहार्द से सभी धर्मों का सम्मान कर आयोजन करते हैं। इसमें पटेल, जैन, वैष्णव, ब्राह्मण, स्वामीनारायण, जनसारी, क्षत्रिय आदि सम्प्रदाय के लोग मिलजुल कर समाज, शहर और देश प्रेम की भावना से काम करते हैं। गुजराती समाज उज्जैन के 102 साल पूरे हुए हैं आज समाज के पास दो बड़े परिसर हैं इसमें प्राइमरी, मिडिल, हायर सेकेंडरी स्कूल, बैंक्वेट हॉल और ऐसी-नॉन ऐसी कमरे, शॉपिंग काम्प्लेक्स, बड़ा गार्डन इत्यादि हैं। जलाराम बापा जयंती, होली मिलन, दीवाली मिलन, गणेश उत्सव, नवरात्रि उत्सव जैसे आयोजन समाज परिसर में ही होते हैं।
शोभायात्रा पर पुष्पवर्षा, प्रसाद बांटा
जगद्गुरु श्रीमद वल्लभाचार्य महाप्रभु के प्राकट्य उत्सव की शोभा यात्रा का स्वागत प्रतिवर्षानुसार इस बार भी श्री गुजराती समाज उज्जैन द्वारा कंठाल चौराहे पर पुष्प वर्षा कर और प्रसाद बाटकर किया गया। इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष संजीव पटेल, उपाध्यक्ष भरत पांचाल, सचिव कमलेश पटेल, सहसचिव भूपेंद्र शाह, कोषाध्यक्ष रविन्द्र जेठवा, पुष्कर नायक, उमेश दवे, दीपक शाह, हेमेंद्र सोनी, हेमराज भाई, महेंद्र कक्कड़, विपुल नायक, जितेंद्र शाह, अशोक शाह, आशीष नायक सहित कई समाजजन मौजूद थे। पदाधिकारियों के साथ समाजजनों ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों से मतदान ज़रूर करने की अपील की इस जनचेतना अभियान में समाज की महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी की।