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मोबाईल एप से जाने पंचक्रोशी यात्रियों में पनप रही संक्रामक बीमारियों के लक्षण


 

20 सदस्यों के नर्सिंग स्टाफ की टीम 29 अप्रैल से प्रतिदिन मोबाइल द्वारा कर रही संक्रमण की जांच-यात्रियों में सामने आई बदन दर्द, बुखार, पैरो मे छाले, चोंट, पेटदर्द, शरीर पर लाल चकते, उल्टी, निर्जलीकरण, लू जैसी समस्याएं

उज्जैन। पंचक्रोशी यात्रा में पिछले दो वर्षो 2017 और 2018 की तरह इस वर्ष भी संक्रामक बीमारीयों के लक्षणों का पता लगाने के लिए मोबाइल एपलीकेशन का उपयोग किया जा रहा है। आर.डी.गार्डी. मेडिकल काॅलेज के सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के साथ 20 नर्सिंग स्टाॅफ की टीम रोज 800-1000 पंचक्रोशी यात्रियों का साक्षात्कार कर उनके शरीर में विकसीत हो रहे संक्रामक रोगों के विभिन्न लक्षणों का पता लगा रही है। यह कार्यक्रम नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ एपीडेमीओलाॅजी (आईसीएमआर) के तकनीकी सहयोग से चल रहा है।

अभी तक लगभग 2000 लोगों से जानकारी एकत्रित की जा चुकी है। टीम लीडर आर.डी.गार्डी मेडिकल काॅलेज के सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. विशाल दीवान के अनुसार तीर्थ यात्रियों से पंचक्रोशी मार्ग तथा पडाव स्थानों पर यात्रियों की स्वास्थ्य समस्याओं, रोगो के लक्षण सिंडंोम की जानकारी एकत्रित करने के लिए टेबलेट आधारित एपलीकेशन तैयार किया गया है। साक्षात्कार से प्राप्त आंकडो के अनुसार यात्रियों को बदन दर्द, बुखार, पैरो मे छाले, चोंट, पेटदर्द, शरीर पर लाल चकते, उल्टी, निर्जलीकरण, लू, आदि समस्याएं है। प्राप्त आकडों के अनुसार यात्रा में शामिल यात्रियों मे 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं की भागीदारी है। यात्रा में लगभग 60 प्रतिशत यात्री उज्जैन से बाहर से आए है। यात्रीयों से यात्रा में संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली गई है जिसमें साफ-सफाई, भोजन, स्वास्थ्य सुविधा, यातायात तथा रोशनी से संबंधित प्रश्न पुछे गए हैं। एकत्रित जानकारी प्रतिदिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला उज्जैन के कार्यालय से साझा की जा रही है। यह आंकडे भविष्य में होने वाले जन-समुह के दौरान संक्रामक बिमारीयों के लक्षणों का पूर्वानुमान लगाकर योजना बनाने में सहायक सिद्व होंगे। टीम लीडर डाॅ विशाल दीवान का यह मत है कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में होने वाले जन-समुहो में नियमीत रूप से होने चाहिये जिससे संक्रामक रोगो के लक्षणों पर अंकुश लगाया जा सके। फिल्ड पर टीम का सुपरविजन डाॅ. विवेक पाराशर, डाॅ. नवीन सिंह पवांर, प्रियंक सोनी तथा अंकित गर्ग द्वारा किया गया है।

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