पंचक्रोशी यात्रा एवं अन्य पर्वों पर हो आचार संहिता का पूरा पालन
संभागायुक्त ने संभागीय जिला मुख्यालय समिति की बैठक में दिए निर्देश
उज्जैन | लोकसभा निर्वाचन-2019 के अन्तर्गत वर्तमान में संभाग में आदर्श आचरण संहिता लागू है, जो कि निर्वाचन की समाप्ति तक चलेगी। इस दौरान संभाग के सभी जिलों में आयोजित होने वाले पर्व, मेलों एवं अन्य धार्मिक/सांस्कृतिक आयोजनों आदि में आचार संहिता का पूरा पालन किया जाना चाहिए। किसी भी धार्मिक/सांस्कृतिक आयोजन का किसी भी रूप में कोई चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल न कर पाए, इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी आदि दल पर्व स्थलों पर सक्रिय रहें तथा आचार संहिता के मद्देनजर कार्रवाई करें।
संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने आज मंगलवार को पर्व, स्नान, मेले एवं अन्य धार्मिक सांस्कृतिक आयोजनों के लिए गठित संभागीय जिला मुख्यालय समिति की बैठक में ये निर्देश दिए। बैठक में आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, सीईओ जिला पंचायत श्री नीलेश पारिख, सीईओ स्मार्ट सिटी श्री अवधेश शर्मा, एडीएम श्री आरपी तिवारी, उपायुक्त श्री पवन जैन आदि उपस्थित थे।
एडीएम श्री आरपी तिवारी द्वारा आगामी प्रमुख पर्व, मेलों आदि के विषय में बताया कि 29 अप्रैल को प्रारम्भ होने वाली पंचक्रोशी यात्रा 3 मई तक चलेगी। इस बीच 2 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रदोष पर्व मनाया जाएगा। इसी प्रकार 3 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में शिव चतुर्दशी, 4 मई को शनिश्चरी अमावस्या, 7 मई को सम्पूर्ण जिले में अक्षय तृतीया/परशुराम जयन्ती, 16 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रदोष पर्व, 18 मई को सम्पूर्ण जिले में बुद्ध पूर्णिमा तथा 31 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रदोष पर्व एवं सम्पूर्ण जिले में शबे-रात का आयोजन होगा। इन सभी आयोजनों के लिए की गई तैयारियों के विषय में श्री तिवारी ने विस्तार से जानकारी दी।
संभागायुक्त ने सभी आयोजनों में आचार संहिता का ध्यान रखते हुए सभी मूलभूत सुविधाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। पंचक्रोशी यात्रा के सम्बन्ध में आवश्यक बैरिकेटिंग, भूमि समतलीकरण, स्ट्रीट लाइट, स्नान घाट, पेयजल टंकी, अस्थाई शौचालय (लगभग 80), पेयजल टैंकर व्यवस्था (लगभग 50), छाया हेतु टेन्ट, दरी, प्रकाश व्यवस्था, फायर ब्रिगेड व्यवस्था, अस्थाई चिकित्सालय, वास्तविक मूल्य पर अच्छी गुणवत्ता की खाद्य सामग्री, सांची पाइन्ट के माध्यम से दूध व दूध से निर्मित पदार्थों का विक्रय, चिल्ड वॉटर टैंकर आदि की व्यवस्थाएं प्रतिवर्षानुसार किए जाने के निर्देश दिए गए।
स्नान स्थलों पर होमगार्ड की व्यवस्था हो
आईजी श्री राकेश गुप्ता ने निर्देश दिए कि विभिन्न पर्व अवसरों पर स्नान स्थलों पर बैरिकेटिंग के साथ ही होमगार्ड द्वारा गोताखोर, रस्सी आदि की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। साथ ही रात्रि में समुचित प्रकाश की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो। उन्होंने जानवर एवं सांपों से सुरक्षा के लिए वन विभाग के माध्यम से व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए। आईजी ने कहा कि शनिश्चरी अमावस्या पर इस बार अधिक लगभग 70 से 75 हजार तक श्रद्धालु आने का अनुमान है, अत: वहां साफ-सफाई, स्नान व्यवस्था, नदी के पानी को शुद्ध किए जाने (एयरेशन) आदि की उत्तम व्यवस्था की जानी चाहिए।
पर्वों पर शिप्रा में पानी का स्तर मैंटेन करें
कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने एनवीडीए के अधिकारी को निर्देश दिए कि पंचक्रोशी यात्रा एवं अन्य पर्वों के लिए 27 अप्रैल से ही शिप्रा नदी में नर्मदा नदी का पानी छोड़ दिया जाए, जिससे कि 28 अप्रैल तक त्रिवेणी एवं अन्य घाटों पर स्नान के लिए पर्याप्त पानी का स्तर हो जाए। चूंकि केडी पैलेस पर भी पड़ाव स्थल है, अत: वहां भी फव्वारे लगाए जाने एवं कुण्ड में पानी की व्यवस्था किए जाने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए गए।
सभी स्थलों पर हो चिकित्सा सुविधा
पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर ने निर्देश दिए कि सभी पड़ाव स्थलों पर समुचित चिकित्सा सुविधा होनी चाहिए। स्वास्थ्य कैम्प, एम्बुलेंस के साथ ही स्ट्रेचर की व्यवस्था आवश्यक रूप से की जाए। संयुक्त संचालक स्वास्थ्य ने बताया कि पंचक्रोशी के प्रथम पड़ाव स्थल पर 10 बिस्तरीय स्वास्थ्य कैम्प तथा उप पड़ाव स्थलों पर 6 बिस्तरीय स्वास्थ्य कैम्प लगाए जा रहे हैं। साथ ही ग्लुकोज, सलाइन, ओआरएच तथा आवश्यक दवाओं की व्यवस्था की जा रही है। यात्रियों के लिये मलहम (पेट्रोलियम जैली) की भी पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की जा रही है।