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प्रज्ञा सिंह ठाकुर के विवादित मामले में 6 संवैधानिक संस्थाओं को सूचना पत्र जारी


 
उज्जैन। मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी एवं भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के मामले को लेकर 6 संवैधानिक संस्थाओं को शनिवार को रजिस्टर्ड सूचना पत्र जारी कर उन पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की गई।

उल्लेखनीय है कि विगत दिनों आईपीएस एवं एटीएस के प्रमुख वरिष्ठ अधिकारी हेमंत करकरे जिनकी हत्या आतंकवादी गतिविधियों के चलते की गई थी और ऐसे व्यक्ति जो देश के लिए शहीद हुए ऐसे व्यक्ति को भारत सरकार द्वारा अशोक चक्र से सम्मानित किया गया हो उनके बारे में प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने विवादित एवं घिनौनी टिप्पणी की है जिससे पूरा देश हिल गया है। ऐसे व्यक्ति को बीजेपी द्वारा टिकट दिया जाना एवं प्रत्याशी बनाया जाना देश के लिए एक शर्मनाक घटना है। इस विषय को समझते हुए मंथन परम आर्थिक संस्था के अध्यक्ष बाकिर अली रंगवाला द्वारा रजिस्टर्ड सूचना पत्र 6 संवैधानिक संस्थाओं को जिसमें महामहिम राष्ट्रपति महोदय नई दिल्ली, माननीय मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली, मुख्य चुनाव निर्वाचन अधिकारी नई दिल्ली, मुख्य चुनाव अधिकारी मध्य प्रदेश चुनाव आयोग भोपाल मध्य प्रदेश, माननीय मुख्य न्यायाधीश मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर एवं श्रीमान डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस मुख्यालय मध्यप्रदेश भोपाल की और अग्रसर करते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है एवं यह भी बताया गया है कि जिन आधारों पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपनी जमानत अर्जी लगाई थी जमानत अर्जी में उन्होंने कहा था कि गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं एवं उन्हें पूर्ण रूप से आराम की आवश्यकता है एवं जेल में वह व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें स्वास्थ्य संबंधित विषयों को ध्यान में रखते हुए तत्काल जमानत दी जाना चाहिए इसी को संज्ञान में रखते हुए न्यायालय द्वारा उनको जमानत भी दी गई थी लेकिन जमानत का दुरुपयोग करते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर चुनाव लड़ रही हैं जिससे वह पूर्ण रूप से स्वास्थ्य दिखाई दे रही हैं। संपूर्ण देश एवं मीडिया इन सब विषयों को देख रहा है एवं हेमंत करकरे जैसे वीरगति को प्राप्त अशोक चक्र से सम्मानित व्यक्ति के प्रति जो भाषा उनके द्वारा उपयोग की जा रही थी वह अशोभनीय है एवं घिनौनी है एसी भाषा किसी भी रूप में माफ किए जाने योग्य नहीं हैं ऐसी स्थिति में सभी संवैधानिक संस्थाओं को निवेदन किया गया है कि इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए तत्काल संज्ञान लिया जावे और देश हित में जो भी उचित कदम हो वह भी तत्काल निर्णय लिया जा कर कठोर से कठोर कार्रवाई की जावे यह बात बाकीर अली रंगवाला ने कहते हुए कहा कि ऐसी बात कर कर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपना स्तर बता दिया है और देश से बड़ा कुछ नहीं होता है देश सर्वोपरि है अपने व्यक्तिगत व राजनीतिक स्वार्थ के चलते इस प्रकार की हरकत करने वालों को कभी नहीं बख्शा नहीं जा सकता।

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