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10 दिनों तक सीखे कलाकौशल, योग कलाओं का बालिकाओं ने किया प्रदर्शन



जनजाति बालिका शिक्षण वर्ग का हुआ समापन, 8 जिलों से 126 बहनों ने की सहभागिता
उज्जैन। सेवा भारती मालवा प्रांत द्वारा आयोजित जनजाति बालिका शिक्षण वर्ग के समापन पर बालिकाओं ने 10 दिनों तक वर्ग में सीखे कलाकौशल, योग कलाओं के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। समापन से पूर्व प्रातः समरसता हवन, वैदिक परंपरानुसार यज्ञ हुआ जिसमें समाजजन के साथ बेटियों ने यज्ञ में अपनी आहूति दी तथा स्वस्थ रहे, प्रसन्न रहे व विश्वमंगल की कामना की। साथ ही वसुधेव कुटुम्बकम के दर्शन की अनुभूति प्राप्त की। 
6 अप्रैल से 16 अप्रैल तक चले शिक्षण वर्ग के समापन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मध्यक्षेत्र संगठन मंत्री रामेन्द्रसिंह गौरय्या मुख्य अतिथि थे। विशेष अतिथि मोहनपुरा शासकीय विद्यालय में पदस्थ चित्रा जैन रहीं। समापन कार्यक्रम में भारत माता मंदिर न्यास की अध्यक्षा हेमलता दीदी मुख्य अतिथि रहीं। मालवा प्रांत के कुटुंब प्रबोधन के प्रमुख विजय केवलिया मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता रवि सोलंकी ने की। वर्ग में 8 जिलों से 126 बहनें व 20 शिक्षार्थियों की सहभागिता रही। ओम जैन के अनुसार वर्ग में दिनचर्या प्रातः 5 बजे जागरण से रात्रि 10 बजे विश्राम तक रहीं। प्रातः संघ स्थान, श्रम साधना, स्वल्पाहार, स्नान व 9 से 12 बजे शैक्षिक सत्र अंग्रेजी, हिंदी, गणित विषय विशेषज्ञों द्वारा लिये गये। उसके बाद दोपहर भोजन गीत मंत्र, कलाकौशल जैसे थाड़ना, गणेशजी, मेहंदी, लिफाफा बनाना सिखाया। शाम को अल्पाहार के पश्चात संघस्थान एवं संध्या वंदन, आरती, कथाकथन कथा में वेद बालिका-बालक, वनवासी महापुरूष, हमारी परंपराओं का वैज्ञानिक आधार, नैतिक शिक्षा, संस्था परिचय तथा बालगीत हुए। साथ इन विषयों को लेने के लिए वक्ताओं का आगमन हुआ। सत्र की अध्यक्षता हेतु महिला मंडल की बहनों द्वारा समाज से अन्य समाजसेवी बहों को आमंत्रित किया। कलाकौशल की सत्र की चिंता महिला मंडल ने की। रात्रि भोजन एवं आनंद मेला जिसमें लोककला, नृत्य, संगीत अन्य प्रश्नोत्तरीय कार्यक्रम, गणगीत प्रतियोगिता व अन्य मनोरंजक कार्यक्रम हुए। इसमें 20 अल्पाहार, 20 भोजन, 10 कंठस्थीकरण के सत्र कलाकौशल के 9 सत्र, कथाकथन के नौ सत्र व रात्रिकालीन कार्यक्रम के 9 सत्र व उद्घाटन व समापन के एक-एक सत्र संघस्थान के 18 सत्र के साथ भोजन, अल्पाहार, शिक्षण सत्र जिसमें शारीरिक, मानसिक, शैक्षणिक सत्र हुए। विशेष रूप से अवंतिका दर्शन भी वर्ग का हिस्सा था। जिसमें भारत माता मंदिर, महाकाल दर्शन, बड़ा गणेश, हरसिध्दि, विक्रमादित्य, सिंहासन, चारधाम के बहनों ने पहली बार दर्शन किये। शांतिस्वरूपानंद महाराज का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। मालवा प्रांत के संगठन मंत्री रूपसिंह नागर के आतिथ्य में भ्रमण संपन्न हुआ। वर्ग में एक समय का कुटुंब भोजन हुआ जिसमें 39 परिवारों में 126 बजने भोजन के लिए भेजी गयी। पूर्व योजनानुसार बहनों को आनंद आया ही पर समाज के परिवारों में और ज्यादा आनंद महसूस किया व भेंट भी दी। इन परिवारों ने सेवाभारती को तन-मन-धन से स्वीकार किया। वर्ग की पूर्वयोजना व पूर्णयोजना जिला समिति के साथ महिला मंडल के आतिथ्य में संपन्न हुए। 

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