मजदूरों को भी 3 हजार रूपये पेंशन देने की मांग, आर्थिक शोषण रोकने का भी प्रस्ताव
उज्जैन। बिनोद मिल्स श्रमिकों की बैठक हरिशंकर शर्मा की अध्यक्षता में रविवार को हुई। जिसमें मजदूर संघ अध्यक्ष ओमप्रकाश भदौरिया ने चैकीदारों के आर्थिक शोषण पर आक्रोश प्रकट करते हुए केन्द्र सरकार से न्यूनतम 18 हजार रूपये वेतन देने की मांग की। आपने कहा जुमलेबाजी और वादाखिलाफी को जनता समझ चुकी है। उज्जैन के पिछड़ेपन पर चिंता प्रकट करते हुए नवीन उद्योग लगाने पर भी बल दिया।
वक्ताओं में ओमप्रकाश भदौरिया, संतोष सुनहरे, प्रद्योत चंदेल, वीरेन्द्र कुशवाह, शंकरलाल वाडिया, लक्ष्मीनारायण रजक, फूलचंद मामा आदि थे। प्रद्योत चंदेल ने सभी श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु पर पेंशन देने की मांग की। उज्जैन में बिनोद मिल्स, इंदौर टेक्सटाइल, हीरा मिल, इस्को पाईप फैक्ट्री, श्री सिंथेटिक्स एवं रोडवेज के हजारों श्रमिक कर्मचारी बेरोजगारी के शिकार हैं। इनके श्रमिकों को भी किसानों के समान 3 हजार रूपये मासिक पेंशन दी जाये। हरिशंकर शर्मा ने बिनोद मिल श्रमिकों की सफलता का श्रेय न्यायपालिका को दिया जिसे मजदूर संघ ने मजबूती से उच्चतम न्यायालय में लड़ा।