मालवा क्षेत्र की सबसे बड़ी कलश यात्रा कनार्दी में निकली
देव कलश आये, बड़े भाग्य हमारे, तृप्त हुए नयन, किए दरस तुम्हारे
उज्जैन। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतीकुज्ज हरिद्वार के मार्गदर्शन में ग्राम कनार्दी में 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की कलश यात्रा शुक्रवार 12 अप्रैल को सुबह 8 से 11 बजे के बीच निकली। 2400 कलशों को लेकर करीब 3500 माता-बहिनें जब गांव में भ्रमण पर निकली तो दिव्य दर्शन के बाद सभी ने देव कलशों के दर्शन कर अपने नयनों में असीम तृप्ती का सुखद अहसास किया। कलश यात्रा में बहिनों के साथ 1500 से अधिक भाईयों ने भी भागीदारी की।
यात्रा के बाद कलशधारी बहिनों की आरती का क्रम संपन्न कराते हुए शांतिकुज्ज हरिद्वार से पधारे पं. श्यामविहारी दुबे ने माता-बहिनों की धारण क्षमता की विशिष्टता का उल्लेख करते हुए कहा कि हम सब का भार धारण करनी वाली पृथ्वी माता मानवता का पतन देखकर आकुल-व्याकुल है। इसी लिए माता-बहिनों के रुप में ग्राम परिक्रमा कर भगवान से प्रार्थना की है कि सबके लिए सद्बुद्धि और उज्जवल भविष्य प्रदान कीजिए। शनिवार को सुबह 7 बजे से यज्ञशाला में देव आवाहन पूजन का क्रम होगा। जिसके लिए 450 से अधिक साधक दम्पति तैयार किए गए हैं। 9.30 बजे से अन्य याजकों को यज्ञशाला में हवन के लिए प्रवेश दिया जाएगा।