प्रकरणों के जवाब में सन्दर्भ का उल्लेख अवश्य करें -कलेक्टर
टीएल में कलेक्टर ने दिये निर्देश
उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने मंगलवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में समयावधि-पत्रों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी तरह के लम्बित प्रकरण के दौरान जब भी कलेक्टर कार्यालय से पत्र व्यवहार किया जाये तो उसमें सन्दर्भ का उल्लेख अवश्य करें। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन के विभिन्न स्तरों पर लम्बित प्रकरणों और समयावधि प्रकरणों की समीक्षा की।
सीएम हेल्पलाइन में स्कूल शिक्षा, जिला पंचायत, अल्पसंख्यक कल्याण, एमपीईबी आदि विभागों के लम्बित प्रकरणों को तुरन्त निराकृत करने के निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने कहा कि टीएल में कोई भी विभाग यह नहीं कहेगा कि हमने कलेक्टर कार्यालय में नस्ती भेज दी है। इस तरह के जवाब संतोषजनक नहीं हैं। विभाग में लम्बित प्रकरण का अब तक निराकरण क्यों नहीं किया गया, इसकी ठोस वजह बताना होगी। पीएचई को विभिन्न तहसीलों में गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए पीने के पानी की वस्तुस्थिति बताने को कहा गया। तराना, माकड़ौन में पेयजल के मौजूदा स्त्रोतों की समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने भू-अर्जन और भू-आवंटन के लम्बित प्रकरणों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उनका निराकरण शीघ्र-अतिशीघ्र करने के निर्देश दिये। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में सीएम हेल्पलाइन की लम्बित शिकायतों पर कलेक्टर ने कहा कि इन शिकायतों का जवाब संतोषप्रद दिया जाये। शिकायतकर्ता को जवाब से संतुष्टि मिलनी चाहिये। घट्टिया राजस्व की एल-2 और एल-3 पर लम्बित शिकायतों का तुरन्त निराकरण करने के निर्देश दिये गये। बैठक में विक्रम विश्वविद्यालय से सम्बन्धित सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को पत्र जारी करने के निर्देश दिये।
सीएम हेल्पलाइन में ई-गवर्नेंस से सम्बन्धित शिकायतों पर उचित कार्यवाही नहीं करने की वजह से शिकायतों के एल-3 पर जाने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा कि अगली बार से यह कोशिश की जाये कि शिकायतें अनावश्यक रूप से अगले स्तर पर न पहुंचें। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।