अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की उज्जैन में होगी बैठक, कार्यालय का भी होगा शुभारंभ
गंगा दशहरा उत्सव पर उज्जैन में लगेगा सभी 13 अखाड़ों के साधु संतों जमावड़ा-नीलगंगा सरोवर में होगा स्नान
उज्जैन। गंगा दशहरा पर उज्जैन में फिर सिंहस्थ की यादें ताजा होंगी। सभी 13 अखाड़ों के साधु संत, महामंडलेश्वर उज्जैन में जुटेंगे। नीलगंगा पड़ाव स्थल पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की राष्ट्रीय बैठक अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्रगिरी महाराज एवं महामंत्री श्रीमंत हरिगिरी महाराज की अगुवाई में 12 जून को आयोजित की जाएगी। इसी दिन सुबह नीलगंगा सरोवर पर साधु संत स्नान करेंगे साथ ही पड़ाव स्थल की भूमि को संरक्षित करने, यहां निर्माणाधीन कार्यालय का शुभारंभ भी किया जाएगा।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमंत नरेन्द्रगिरी महाराज ने बताया कि गंगा दशहरा उत्सव अंतर्गत नीलगंगा स्थित पड़ाव स्थल पर सांस्कृतिक आयोजन, भजन संध्या एवं विविध कार्यक्रम होंगे। पड़ाव स्थल की भूमि पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का कार्यालय निर्माण जारी है। इसका शुभारंभ भी 12 जून को साधु संतों के करकमलों से किया जाएगा। आयोजन में मुख्य रूप से जूना पीठाधीश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरी, महायोगी पायलेट बाबा, जूना अखाड़े की मंत्री शैलजा माता सहित अन्य अखाड़ों के प्रमुख साधु संत शामिल रहेंगे। उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ महापर्व के दौरान नीलगंगा पड़ाव स्थल पर साधु संत एक माह पूर्व आकर यहां रुकते हैं और 1 महीने तक नीलगंगा सरोवर में पूजन आरती आदि धार्मिक कार्य करते आ रहे हैं। इसी प्राचीन परंपरा के चलते अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने निर्णय लिया कि इस स्थान पर अखाड़ा परिषद के कार्यालय का निर्माण हो और इस जमीन को संरक्षित किया जाए। 12 जून को नीलगंगा सरोवर में स्थित नीलगंगा की प्रतिमा पर महा आरती का आयोजन गंगा दशहरे के अवसर पर होगा। साथ ही सभी 13 अखाडे़ गंगा दशहरे को सुबह नीलगंगा सरोवर में स्नान करेंगे। वहीं शाम को नीलगंगा पड़ाव स्थल मैदान में भव्य भजन संध्या और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। गंगा दशहरे पर आयोजित समारोह में देशभर से प्रमुख संत महात्मा उज्जैन पहुंचेंगे। साथ ही राजनीतिक दलों के बड़े नेता भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसको लेकर उन्हें निमंत्रण भेजने का कार्य प्रारंभ हो गया है।