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समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में किसानों को न आए किसी प्रकार की परेशानी



मुख्य सचिव श्री मोहन्ती ने वीसी के माध्यम से की जिलेवार समीक्षा 
उज्जैन | वर्तमान में पूरे प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं आदि की खरीदी का कार्य चल रहा है। किसानों को समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न आए तथा उन्हें समय पर बेची गई फसल का भुगतान प्राप्त हो जाए, इसके लिए सभी कलेक्टर अपने जिलों में पुख्ता इंतजाम करें। संभागायुक्त अपने संभाग के अन्तर्गत समय-समय पर कार्य की समीक्षा कर सभी व्यवस्थाएं उत्कृष्ट रूप से किए जाना सुनिश्चित करें।
      मुख्य सचिव श्री एसआर मोहन्ती ने आज शुक्रवार को वीसी के माध्यम से ये निर्देश दिए। वीसी में उज्जैन संभागायुक्त श्री अजीत कुमार सहित प्रदेश के सभी संभागायुक्त तथा उज्जैन कलेक्टर श्री शशांक मिश्र सहित प्रदेश के सभी कलेक्टर उपस्थित थे।

      वीसी के प्रारम्भ में मुख्य सचिव को समर्थन मूल्य खरीदी की उज्जैन संभाग की जानकारी देते हुए संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने बताया कि प्रारम्भ में संभाग के कुछ जिलों में किसानों को एसएमएस तथा परिवहन की समस्या आ रही थी, जिसे निराकृत कर लिया गया है। अभी सर्वेयर्स पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं। कलेक्टर श्री शशांक मिश्र द्वारा भी यह बिन्दु उठाए जाने पर मुख्य सचिव ने आश्वस्त किया कि सोमवार तक सर्वेयर्स प्राप्त हो जाएंगे। संभागायुक्त ने बताया कि साइलो केन्द्र पर कल शनिवार को भी उपार्जन किए जाने की अनुमति प्राप्त हो गई है।
      संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने बताया कि उज्जैन संभाग में गत वर्ष 299 उपार्जन केन्द्र बनाए गए थे, जबकि इस वर्ष 442 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। केवल देवास जिला ऐसा है, जहां गत वर्ष अनुसार 68 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। संभाग में उपार्जन केन्द्रों की संख्या पर्याप्त है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जिन जिलों में खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जानी है, उनके प्रस्ताव शनिवार तक भिजवा दिए जाएं।
      वीसी में बताया गया कि इस बार किसानों को भुगतान किए जाने की प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव किया गया है। किसानों को शीघ्र भुगतान मिल सके, इसके लिए अब वेयर हाऊस तक फसल को पहुंचाए जाने का इंतजार नहीं किया जाएगा अपितु ट्रक पर माल चढ़ते ही भुगतान के लिए बिल जनरेट हो जाएगा। किसानों को किए जाने वाले एसएमएस के सम्बन्ध में बताया गया कि अब इसे विकेन्द्रीकृत किया गया है, अब जिलों से एसएमएस हो जाएंगे। वीसी में बताया गया कि क्रय की गई फसल के बोरों पर फसल के विवरण के लिए अब एक ही टैग लगाया जाएगा, जिसमें किसान के पंजीयन क्रमांक के साथ अन्य विवरण दर्ज होंगे। किसानों को भुगतान उनके खाते में अथवा एक सीमा तक कैश किया जाएगा, किसी भी हालत में चैक से पेमेंट न किया जाए।

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