प्रतिस्पर्धा और मुनाफाखोरी के चलते कुटीर और लघु उद्योग टिक नहीं पाते
पांच दिवसीय स्वावलंबन प्रशिक्षण शिविर का समापन-प्रशिक्षणार्थियों को किये प्रमाण पत्र वितरित
उज्जैन। गायत्री शक्तिपीठ के दिव्य वातावरण में संस्कारों के साथ कौशल विकास संपूर्ण मानवता के लिए उपयोगी है। प्रतिस्पर्धा और मुनाफाखोरी के चलते कुटीर और लघु उद्योग टिक नहीं पाते हैं।
यह उद्गार जनशिक्षण संस्थान उज्जैन की निदेशिका अनीता सक्सेना ने गायत्री शक्तिपीठ पर चल रहे पांच दिवसीय स्वावलंबन प्रशिक्षण शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप व्यक्त किये। शांतिकुज्ज हरिद्वार से प्रशिक्षक हरीश चंद्राकर ने प्रशिक्षणार्थियों से गुरुदक्षिणा के रूप में यहां मिले ज्ञान को अधिक से अधिक जरुरतमंदों को बांटने का संकल्प कराया। आपने अतिथियों को प्रशिक्षण के दौरान सिखाये गये 24 उत्पादों की जानकारी दी। महिला प्रशिक्षणार्थियों ने नारी संजीवनी, शिशु आहार, फेसपैक आदि का उत्पादन बड़े पैमाने पर करने का फैसला लिया। जिसकी व्यवस्था के लिए गायत्री परिवार की ओर से पूरा सहयोग करने का आश्वासन जिला समन्वयक देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने दिया। प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्रों का वितरण भी अतिथियों ने किया। प्रशिक्षण में उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर जिले से कुल 38 प्रशिक्षणार्थियों ने भागीदारी की। इस अवसर पर अनीता पंवार कार्यक्रम अधिकारी जन शिक्षण संस्थान, टीकाराम परिब्राजक गायत्री शक्तिपीठ भी उपस्थित रहे। आभार उपक्षोन सहयोगी सुरेश श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।
गुड़ीपढ़वा पर नये शहर में होगा सामूहिक सूर्य अर्घदान
नववर्ष के स्वागत के लिए गुड़ीपढ़वा 6 अप्रैल को प्रतिवर्षानुसार इस साल भी नये शहर में कालिदास अकादमी परिसर स्थित कमल सरोवर पर सामूहिक सूर्य अर्घदान समारोह होगा। अखिल विश्व गायत्री और नगर की 13 अन्य सामयिक संस्थाओं द्वारा सुबह ठीक 6 बजे समारोह आरंभ होगा। यहां पर घरेलू दैनिक यज्ञ और यज्ञ चिकित्सा के लिए नव निर्मित यज्ञ गौमय पात्र के माध्यम से 108 लोगों द्वारा यज्ञ भी कराया जाएगा। नीम के रस का भी सेवन यहां कराया जाएगा। आयोजन समिति ने नगरवासियों से अपील की है कि सुबह ठीक 5.45 बजे अपने बच्चों के साथ कमल सरोवर कालीदास अकादमी पर पधारें ताकि देश के नौनिहाल भारतीय परम्परा के अनुसार नव वर्ष मनाने की पद्धति को जान सकें।