फुटकर व्यापारियों ने कलेक्टर से मांगी दुकानें लगाने की अनुमति
पुलिस, नगर निगम द्वारा हटाने की चेतावनी के बाद विरोध स्वरूप बंद रखी अपनी दुकानें
उज्जैन। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे नगर निगम की गैंग के साथ पहुंची सब इंस्पेक्टर द्वारा दुकाने हटाने की चेतावनी देने के बाद बड़ा गणेश से हरसिध्दि मंदिर तक फुटपाथ पर दुकानें लगाकर अपना पालन पोषण करने वाले फुटकर व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर फुटकर व्यापारियों को अपना धंधा व्यापार करने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
संजयसिंह चौहान के अनुसार फुटकर व्यापारियों द्वारा कलेक्टर के नाम दिये ज्ञापन में कहा कि पिछले 30 से 40 वर्षों से फुटपाथ पर दुकान लगाकर हम अपने परिवार का भरण पोषण करते आ रहे हैं सभी की जीविका का एकमात्र साधन फुटपाथ की दुकानें ही हैं। यदि यह दुकानें हमेशा के लिए हटा देते हैं तो परिवारों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। फुटपाथ से हटाये जाने पर कई बार शिकायत की लेकिन नगर निगम अधिकारी, कर्मचारियों के विरूध्द कोई कार्रवाई नहीं की गई। बड़ा गणपति से हरसिध्दि मार्ग तक फुटपाथ पर कुछ टुकड़ों में रैलिंग लगी है जिसके कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिससे रोड़ भी सकड़ा हो जाता है यदि रैलिंग हटा दी जाती है तो रोड़ भी चौड़ा हो जायेगा और कोई भी समस्या नहीं आएगी। संरक्षक राजेश व्यास, संजयसिंह चौहान, रणजीतसिंह परमार, रेखा व्यास, मुकेश गुजर, गब्बार नागमोतिय, धनेश जिन्दल, मदनसिह, राजकुमार गुप्ता, प्रमोद पाल, चेतन नागमोतिय, संदीप नाथ, पप्पू नाथ, मंजू चौहान, किरण नागमोतिय, संगीत राठोर, लक्ष्मी कहार, पुनी कहार सहित सैकड़ों फुटकर व्यापारियों ने कलेक्टर के नाम दिये ज्ञापन में मांग की कि नगर निगम को आदेश दिया जाये कि वह हमारी राजस्व की रसीद नहीं काटी जा रही है वह भी चालू की जाये और गणेश मंदिर से हरसिध्दि मार्ग के बीच जो रेलिंग लगी है उसे हटाया जाये व फुटकर व्यापारियों को अपना धंधा व्यापार करने की अनुमति प्रदान की जाये।