राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति ठीक न होने पर नाराजगी
अधिकारी अपनी सोच को सकारात्मक करें, कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की पाक्षिक बैठक ली
उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने सोमवार को प्रात: सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों के द्वारा किये जा रहे राजस्व एवं अन्य कार्यों की पाक्षिक समीक्षा बैठक लेकर निर्देश दिये कि अधिकारी अपनी सोच को सकारात्मक करें। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति ठीक न होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए निर्देश दिये कि राजस्व के प्रकरणों का समय पर निराकरण करें। अपने काम में बेहतरी लायें। उन्होंने कहा कि बार-बार निर्देश देने के बावजूद भी काम में सुधार नहीं आ रहा है, यह उचित नहीं है। अगली बैठक में सुधार नहीं दिखने पर सम्बन्धित राजस्व अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी, जिसके लिये स्वयं अधिकारी जिम्मेदार रहेंगे।
कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने राजस्व प्रकरणों की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रकरण पंजीबद्ध कर उनका निराकरण समय-सीमा में करना सुनिश्चित करें। कोई भी अधिकारी बहाने न बनाये, समय पर कार्य करें। कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार तथा नायब तहसीलदारों से कहा कि समय-समय पर कार्यालयों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जाते हैं, उनका पालन करें। निरीक्षण के दौरान निर्देश दिये गये थे कि अपने-अपने न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों का निराकरण नियमानुसार किया जाना सुनिश्चित करें। प्रकरणों को न्यायालय में लम्बित न रखें, इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाये। कलेक्टर ने लम्बित ऑडिट कंडिकाओं की भी समीक्षा की। इसी प्रकार बैठक में न्यायालय में लम्बित प्रकरणों की भी समीक्षा कर निर्देश दिये कि उनका भी निराकरण समय-सीमा में किया जाना सुनिश्चित करें। अपने-अपने राजस्व अनुभाग क्षेत्रान्तर्गत सड़क दुर्घटना के प्रकरणों में सम्बन्धित थानों से समन्वय स्थापित कर दुर्घटना के प्रकरणों का निराकरण करें। प्राकृतिक आपदा के प्रकरणों का भी निराकरण भी समय-सीमा में किया जाये।
कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने न्यायालय में समयावधि-पत्रों की समय-समय पर समीक्षा कर उनका निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें। मानव अधिकार आयोग एवं अन्य आयोगों के प्रकरणों का निराकरण भी समय पर किया जाये। बैठक में लोकसभा निर्वाचन के अन्तर्गत अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत निर्वाचन की प्रक्रिया को समय-सीमा में पूर्ण की जाये। चुनाव कार्य में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाये। आयोग के निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जाये। कलेक्टर एवं अपर कलेक्टर ने अधिकारियों से निर्वाचन से सम्बन्धित सामान्य जानकारी के प्रश्नोत्तर भी किये। कलेक्टर ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अनिवार्य रूप से अध्ययन किया जाये।