अधिकारी अपने काम के तरीके को बदलें
प्रकरणों को अनावश्यक लम्बित न रखा जाये, कलेक्टर श्री मिश्र ने टीएल में लम्बित प्रकरणों की समीक्षा की
उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने मंगलवार को प्रात: सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में विभागवार समयावधि-पत्रों की समीक्षा बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने काम के तरीके को बदलें और प्रकरणों को अनावश्यक रूप से लम्बित न रखा जाये। यथाशीघ्र उनका निराकरण किया जाये। अधिकारी बैठक में बहाने न बनायें। प्रत्येक विभाग के अधिकारी अपनी कार्यक्षमता ठीक करे। प्रदेश में जिले की रेंक ठीक हो, यह सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि लम्बित प्रकरणों के निराकरण/प्रतिवेदन भिजवा दिये हैं तो वे पोर्टल पर भी ठीक करवायें और प्रतिवेदन की एक प्रति कलेक्टर कार्यालय को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें। सामाजिक न्याय विभाग के लम्बित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी नागदा को 21 फरवरी को शिकायती आवेदन-पत्र प्राप्त हुआ था कि क्षेत्र के दिव्यांगजनों के साथ धोखाधड़ी की गई कि उन्हें नागदा में प्रशिक्षण के लिये बुलाया गया और निर्धारित तिथि पर दिव्यांगजन पहुंचने पर उन्हें अवगत कराया कि आचार संहिता होने के कारण प्रशिक्षण बाद में दिया जायेगा। इस प्रकार की शिकायत पर कलेक्टर ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि अगर धोखाधड़ी की है तो सम्बन्धित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाये। बैठक में अपर कलेक्टर श्री ऋषव शुक्ला, एडीएम श्री आरपी तिवारी सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।