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जैन ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन्स ने गुलेच्छा को दिया सर्वोच्च सम्मान


 
उज्जैन। श्री अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के संयोजक कुशलराज गुलेच्छा को जैन ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन्स द्वारा सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया।
जिनेश्वर युवा परिषद के तरूण डागा एवं रितेश जैन के अनुसार इस मौके पर जेजीआई के चेयरमैन चैनराज छाजेड़ ने कुशलराज गुलेच्छा की असाधारण नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे देश में विख्यात अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ के प्रतिष्ठा महोत्सव में 2000 कार्यकर्ताओं कर्मचारियों का नेतृत्व करते हुए महोत्सव में उमड़े करीब एक लाख श्रद्धालुओं के इस अति विशाल आयोजन की अति आधुनिक, नवीनतम उच्च तकनीक के साथ, माइक्रो डिटेलिंग युक्त पूर्ण सुरक्षा के इंतजाम सहित सुन्दरतम व्यवस्था कर एक नया इतिहास रचा है जिस पर पूरे जैन समाज को नाज है। उन्होंने साक्षात अपनी नज़रों से यह सारी व्यवस्थाएं देखकर यह अनुभव किया कि वास्तव में यह आयोजन युवा वर्ग को एक नई प्रेरणा देता है कि जिनशासन के कार्यों को इस प्रकार दूरदर्शी योजना एवं स्वधर्मी बंधुओं को अपने परिवार जैसा अनुभव कराने वाली व्यवस्था के साथ किया जाना चाहिए। मुझे बहुत खुशी है कि इस महोत्सव में युवा वर्ग विपुल संख्या में जुड़ा। कुशलराज गुलेच्छा की असाधारण नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता, मिलनसारिता एवं जूनून ने इस आयोजन को आशा से अधिक सफल बनाने में सक्षम बनाया। इनके मार्ग में अनेक बाधाएं भी आयी जिन्हे इन्होंने दृढ़ इच्छा शक्ति से अपने लक्ष्य में डटे रहकर सामना करके दूर कर दिया। उनके समाज के प्रति इस अविस्मरणीय योगदान के लिए जैन ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन्स उन्हें अपने सर्वोच्च सम्मान के साथ अभिनन्दन कर  रहा है। कुशलराज गुलेच्छा ने भावविभोर होते हुए अपने उदगार में कहा कि जिनेश्वर परमात्मा की कृपा एवं आचार्यदेव जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी आदि गुरुदेवों के मार्गदर्शन एवं पूर्ण आशीर्वाद से ही वे पूरे देश में विख्यात इस विशाल महोत्सव को सुचारु रूप से संचालित करने में सक्षम बने। आयोजन स्थल निर्माण, भोजन व्यवस्था, आवास निवास व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, प्रचार प्रसार, जन संपर्क, साधु साध्वी भगवंतों की व्यवस्था, आपसी संवाद, सुरक्षा व्यवस्था, सरकारी स्वीकृति इत्यादि महोत्सव आयोजन से सम्बंधित करीब 70 से अधिक विभिन्न कार्यों को संचालन करने के लिए सभी का भरपूर साथ मिला तभी यह आयोजन ऐतिहासिक बन सका है। मेरे मन में विशेष रूप से यह भावना थी कि यहाँ आने वाला हर स्वधर्मी बंधु देव तुल्य अतिथि है और उसे वहां परमात्मा के दरबार में किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस नहीं हो। यह प्रतिष्ठा महोत्सव उनके जीवन का यह सबसे सौभाग्य है। इस अवसर पर स्वामित्वा ग्रुप के डायरेक्टर महावीर मेहता ने कहा कि कुशलराज गुलेच्छा ने संयोजक के रूप में जैन समाज के इस अनुपम आयोजन को भव्य रूप से सफल बनाकर एक महानायक की छवि बनायी है जिस पर जैन समाज गौरव का अनुभव कर रहा है।

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