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सन्त उमाकान्त जी महाराज ने उठाई मांग-बाबा जयगुरूदेव के तीन दिवसीय होली सत्संग कार्यक्रम का शुभारंभ


मतदान तक पूर्ण शराबबंदी करे चुनाव आयोग
 
उज्जैन। यदि चुनाव आयोग को पूर्णतः निष्पक्ष चुनाव कराने हैं तो आदर्श आचर संहिता के दौरान पूर्ण शराबबंदी लागू की जानी चाहिए। शराब न सिर्फ कार्यकर्ताओं बल्कि मतदाताओं को भी लालच के रूप में बांटकर मतदान को प्रभावित करती है। यह बात बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था के प्रमुख, सन्त उमाकान्त जी महाराज ने मंगलवार को कही।
तीन दिवसीय होली सत्संग कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार को उज्जैन से 12 किमी दूर पिंगलेश्वर स्थित बाबा जयगुरुदेव आश्रम में हुआ जो 21 मार्च तक चलेगा। इस सत्संग का लाभ लेने के लिए के लिए देश भर से करीब 50 हजार से भी अधिक सत्संगी प्रेमीजन आश्रम में पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही भारी संख्या में सत्संगियों के आने का क्रम निरंतर जारी है। इनके आवास-भोजन आदि की सभी व्यवस्थाएं आश्रम में ही की गई हैं। 
मंगलवार को सुबह 5 बजे ध्यान, भजन और प्रवचन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। सुबह 3 घंटे के प्रथम सत्र में सन्त उमाकान्त जी महाराज ने जयगुरुदेव नाम के जाप की महिमा बताई। उन्होंने सभी को सदाचारी जीवन जीने, शाकाहारी रहने और नशे से मुक्त रहने केलिए प्रेरित किया।
संतश्री ने पूर्ण शराबबंदी की मांग उठाते हुए प्रदेश सरकार के उस निर्णय पर दुख जताया जिसमें देशी दुकान पर अब विदेशी शराब बेचकर अतिरिक्त राजस्व एकत्रित करने का फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से शराब को बढ़ावा मिलेगा। जबकि यह साफ है कि शराब से जहां बीमारीयां बढ़ रही है वहीं अपराध भी बढ़ रहे है। संतश्री ने कहा कि जब दो प्रदेशों में शराबबंदी हो सकती है तो मध्यप्रदेश को भी पूरी हिम्मत से यह कदम उठाना चाहिए। संतश्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। इस दौरान चुनाव आयोग को शराब बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाना चाहिए। सभी जानते हैं कि भोले-भाले मतदाताओं को शराब पिलाकर उनसे अपने पक्ष में मतदान कराया जाता है। आयोग सिर्फ एक दिन के लिए दुकानें बंद कराता है..इससे कोई फायदा नहीं होता। संतश्री ने कहा कि देश के करोड़ों सत्संगियों की यह मांग है और इस पर आयोग और राजनैतिक दलों को गंभीरता से विचार करना चाहिए।

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