प्रदेश में स्कूली बच्चों ने समझा प्रकृति और पर्यावरण को, एप्को ने राष्ट्रीय उद्यान में बच्चों के किये कैम्प
उज्जैन । प्रदेश में दिसम्बर, जनवरी और फरवरी माह में राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों में राष्ट्रीय हरितकोर योजना में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) ने कैम्प आयोजित कर करीब 650 बच्चों को प्रकृति और पर्यावरण के बारे में जानकारी दी। इन कैम्पों में बच्चों ने जैव-विविधता के साथ वन्य-प्राणियों के संरक्षण के बारे में भी जानकारी हासिल की।
यह कैम्प सतपुड़ा, कान्हा, पेंच, बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यानों के साथ सैलाना अभयारण्य, रतलाम और सिवनी अभयारण्य, देवास में भी लगाये गये। प्रत्येक कैम्प में 50 ईको-क्लब के विद्यार्थियों की भागीदारी रही। जनवरी माह की 16 तारीख को सिवनी में और 24 जनवरी को बालाघाट जिले में विशेष कार्यक्रम किये गये। इन कार्यक्रमों में 250 शिक्षकों को आमंत्रित किया गया। शिक्षकों को भी पर्यावरण, जैव-विविधता, वन्य-प्राणियों का संरक्षण और प्रकृति के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी गयी। इन शिक्षकों को अपने-अपने स्कूलों में बच्चों को पर्यावरण के बारे में जानकारी देने के लिये कहा गया।
स्कूली बच्चों के यह कैम्प पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से लगाये गये। इस दौरान बच्चों को राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण करवाया गया और उन्हें वन्य-जीव और उनके संरक्षण के बारे में भी विशेष रूप से जानकारी दी गयी। एप्को की ओर से जानकारी दी गयी कि इस वर्ष मार्च माह में भी बच्चों के प्रकृति भ्रमण के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके लिये तैयारियाँ की जा रही हैं। पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन पर्यावरण विभाग के अंतर्गत संचालित हो रहा है।