पार्क चोरी होने की शिकायत करना भारी पड़ा, निगम अधिकारी दबाव बनाने के लिए शिकायतकर्ता का मकान तोड़ने पहुंचे
निगम अधिकारियों के खिलाफ नीलगंगा थाने में की शिकायत-कहा भ्रष्ट अधिकारी खुद बचने के लिए बना रहे दबाव
उज्जैन। साकेत नगर में पार्क चोरी होने की शिकायत करना समाजसेवी धनराज गेहलोत को भारी पड़ रहा है। पहले अधिकारियों ने पार्षद के साथ मिलकर साईनाथ का दौरा कर वहां साकेतनगर का उद्यान दर्शाने की कोशिश की बात नहीं बनी तो धनराज गेहलोत के घर जा धमके और शिकायत वापस लेने की धमकी देते हुए कहा कि यदि नहीं माने तो तुम्हारा मकान तोड़ दिया जाएगा। हालांकि गेहलोत का मकान वैध होने के कारण निगम अधिकारी तोड़फोड़ नहीं कर पाए। मामले की शिकायत धनराज गेहलोत ने नीलगंगा थाना पुलिस को की है।
धनराज गेहलोत पिता फूलचंद गेहलोत निवासी शास्त्रीनगर ने बताया कि वार्ड क्रमांक 47 में स्थित साकेत नगर पार्क गुमशुदा होने के मामले की शिकायत आईजी, कलेक्टर, संभागायुक्त, निगमायुक्त को की थी जिसकी जांच चल रही है ऐसे में पार्षद एवं नगर निगम के अधिकारियों द्वारा शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। नगरनिगम की गैंग मेरे घर पर लेकर आ गए तथा मकान तोड़ने की धमकी दी और जान से मारने की धमकी दी। गेहलोत ने बताया कि शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने के लिए नगर निगम अधिकारी रामबाबू शर्मा, सुबोध जैन, जीतू कुमावत, अनुष्का जैन के साथ 20-25 लोग आए जो निगम कर्मचारी नहीं लग रहे थे। गेहलोत ने बताया कि जो अधिकारी जांच के लिए आए थे वे साईनाथ का बगीचा साकेत नगर में दर्शाना चाहते हैं जबकि वो स्थाल अनग है जिस जगह को बता रहे हैं वह जगह टाइगिरी बाबा हाथी वाले जिनको शासन ने पट्टा दिया है वहीं उनके पास सुरेश नामक व्यक्ति निवास करता है जिसके पास सन् 1998 की रजिस्ट्री हे जो कि लालाबाई ने की थी वहीं यह रजिस्ट्री रामनोटल मिश्रा (आर.एन. मिश्रा) द्वारा कराई गई थी जो आज सरकारी वकील हैं। अपना भ्रष्टाचार छुपाने के लिए अधिकारी साथ मिलकर सही कागजों को गलत ठहरा रहे हैं और डरा धमका रहे हैं। पूर्व में भी उनका शौचालय तोड़ चुके हैं जबकि मामला न्यायालय में चल रहा है। धनराज गेहलोत ने कहा कि पार्षद विजयसिंह दरबार एवं निगम के अधिकारियों द्वारा मिलीभगत से बंदरबाट मचाकर शासन के पैसे का दुरूपयोग किया है। नीलगंगा थाने में शिकायत कर कहा कि दोषियों पर जल्द कार्रवाई की जाए।