घर मिला तो सम्मान भी बढ़ा
उज्जैन । घर एक आवश्यकता तो है ही, सम्मान का भी प्रतीक है। कभी कच्चे मकान में रहने
वाली उज्जैन जिले के ग्राम रलायती की महिला अनिता पति विक्रमलाल और रेशमा पति मेहरबान प्रधानमंत्री आवास
योजना की बदौलत पक्के मकान में रहने लगी हैं। घर में शौचालय है और सीमेन्ट-कांक्रीट का फर्श भी। अब न लिपने
का झंझट न छाबने की खिटखिट। इन महिलाओं के जीवन में ये सब परिवर्तन सिर्फ एक वर्ष में ही आया है।
वर्ष 2016 के दिसम्बर महीने में घट्टिया तहसील के रलायती गांव में 20 प्रधानमंत्री आवासों के निर्माण का
लक्ष्य प्राप्त हुआ। चयनित सूची में अनिता और रेशमा को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुए। पहली किश्त मिलते ही दोनों
स्वयं मेहनत मजदूरी कर पक्का मकान बनवाने में जुट गई। छह महीने में मकान तो बनवा ही लिया, अपने पास से
कुछ पैसे लगाकर आंगन भी तैयार कर लिया। कुल एक लाख 35 हजार रूपये की लागत से बने मकान में रहकर इन
महिलाओं का परिवार न केवल खुशहाल जीवन जी रहा है, बल्कि रिश्तेदारी में भी सम्मान पा रहा है। प्रधानमंत्री आवास
योजना के तहत कुल 20 आवास निर्मित हुए हैं। पक्के घर में रहने वाली हितग्राही अनीता के पति विक्रमलाल कहते हैं
कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसे मकान में रहने को मिलेगा। ये सब सरकारी मदद से ही संभव हुआ है।
वे गरीबों का ध्यान रखने वाली सरकार को कोटिश: धन्यवाद देते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना का क्रियान्वयन उज्जैन जिले में तेजी से किया जा रहा है। जिले में
स्वीकृत किये गये 9902 आवासों के विरूद्ध 8143 आवास पूर्ण हो चुके हैं। शेष रहे 1759 आवासों को पूर्ण
करने के लिये कलेक्टर ने दिसम्बर माह के अन्त तक का समय सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन
अधिकारियों एवं एसडीएम को दिया है।