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अखिल भारतीय अग्रवाल समाज का ‘स्वयंवर’ 16-17 दिसंबर को



विवाह योग्य युवक-युवतियों के साथ दिव्यांग, विधवा-विधुर भी होंगे शामिल
उज्जैन। श्री अग्रवाल जेसीस द्वारा विवाह योग्य युवक-युवतियों का अखिल भारतीय अग्रवाल वैवाहिक परिचय सम्मेलन ‘स्वयंवर क्षिप्रा तट स्थित शहनाई शगुन गार्डन पर 16-17 दिसंबर को प्रातः 10 बजे से प्रारंभ होगा। 
सम्मेलन संयोजक विजय अग्रवाल, परिचय सम्मेलन अध्यक्ष जगदीशचंद्र गोयल, जेसीस अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया  िकइस परिचय सममेलन में देशभर से अग्रवाल समाज के लगभग एक हजार प्रतिभागी अपने अभिभावकों के साथ सम्मिलित होंगे। इस परिचय सम्मेलन में दिव्यांग, विधवा-विधुर प्रत्याशी भी शामिल हो रहे है इनके परिचय का विशेष सत्र रखा गया है। सभी प्रत्याशियों का बायोडाटा पुस्तिका प्रकाशन किया जा रहा है इसका काम घर बैठे रिश्ते तलाशने में सहायक होगा। यह सम्मेलन 16 दिसंबर से प्रारंभ होकर 17 दिसंबर संध्या 7 बजे समाप्त होगा। 
हाईटेक सम्मेलन, 20 से अधिक समितियां
सम्मेलन के लिए बीस से अधिक समितियां बनाई गई है वहीं पसंद के अनुसार रिश्ते बनाने के लिए समन्वय समिति के पचास से अधिक महिलाएं-पुरूष यह कार्य करेंगे। यह सम्मेलन हाईटेक रहेगा इसमें कम्प्यूटर पंडित एवं पंडित हाथों हाथ पत्रिका मिलान कर रिश्ते करवाने में मददगार होंगे। विवाह योग्य प्रतिभागियों को आपस में चर्चा के लिए अलग-अलग कक्ष भी रहेंगे। मंच के सामने एलईडी की बड़ी स्क्रीन पर भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इस आयोजन में 200 से अधिक महिलाएं पुरूष सक्रिय रहकर विभिन्न समितियों के माध्यम से कार्य करेंगे।
सम्मेलन एक, संदेश अनेक 
सम्मेलन के माध्यम से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का संदेश, बेटी बचाओं की शपथ भी माताओं को दिलाई जाएगी। सम्मेलन का उद्देश्य रिश्ते तलाशना तो है ही साथ ही जनचेतना और सुधार भी। अग्रचेतना का यह उद्घोष दिन में शादी दिन में भोज रहेगा। साथ ही अन्न बचाओं-देश बचाओ का नारा भी आकर्षण का केन्द्र रहेगा। 
रिश्ते करवाने वाली पीढ़ी समाप्त होती जा रही
विजय अग्रवाल ने कहा कि परिचय सम्मेलन की आज अत्यधिक आवश्यकता है क्योंकि विवाह योग्य बच्चों के लिए बेहतर रिश्तों की तलाश सबको है किंतु इनके बीच समन्वय कर अपनी-अपनी पसंद अनुसार रिश्ते ढूंढ पाना अत्यधिक जटिल कार्य होता जा रहा है, सभी समाजों में रिश्ते करवाने वाली पीढ़ी समाप्त होती जा रही है। ऐसी स्थिति में विवाह योग्य युवक-युवतियों के सामने बेहतर रिश्ते तलाशना मुश्किल हो गया है। इसीलिए इस तरह के परिचय सम्मेलन इनके बीच सेतु का काम करते हैं। एक ही स्थान पर सैकड़ों रिश्ते एक छत के नीचे मिल सके इस निमित्त यह आयोजन सार्थक सिध्द होते हैं। 

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