मंगलमहूड़ी - लिमखेड़ा के मध्य ब्रिज क्रमांक 54 पर पीएससी गर्डर को हटाकर कंपोजिट गर्डर डाला गया।
पश्चिम रेलवे रतलाम मण्डल के रतलाम -गोधरा खण्ड में राजधानी रूट पर स्थित मंगलहूड़ी एवं लिमखेड़ा स्टेशनों के मध्य 10 दिसंबर को ब्रिज क्रमांक 54 अप लाइन पर पुराने पीएससी गर्डर को बदलकर नया कंपोजिट गर्डर डाला गया ।
यह पुल 1959 में बनाया गया था। जिसमें कुल 05 स्पॉन (02’1220 मीटर ़03’18.30 मीटर) जून 2016 में पुल के एक 12.20 मीटर वाले स्पॉक में क्रेक आ जाने के कारण पुल पर 30 किमी प्रति घंटा का गति प्रतिबंध लगया गया था। इस ट्रैक में माल गाड़िशें के अलावा राजधानी एक्सप्रेस, अगस्त क्रांति, दोरन्तो, गरीब रथ, गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस इत्यादि महत्वपूर्ण बाड़िया चलती है। जानकारी देते हुए मंडल रेल प्रवक्ता ने बताया कि रतलाम मंडल पर गाड़ियों के सुरक्षित परिचालन एवं मण्डल पर स्थित महत्वपूर्ण ब्रिजों को मजबूती प्रदान करने के उदेश्य से मंगलहूड़ी-लिमखेड़ा के मध्य कि.मी. क्रमांक 510/09 से 510/15 के ब्रिज क्रमांक 54 अप लाइन पर 70 टन का एक कंपोजिट गर्डर डाला गया। इस काम के लिए 03 क्रेनों की व्यवस्था की गई थी जिसमें 02 क्रेनों का उपयोग किया गया तथा 01 क्रेन को स्टैण्डबाय में रखा गया था। इस कार्य से ब्रिज पर स्पीड जो कि पहले 30 किमी प्रति घंटा थी, अब 100 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। इस कार्य के लिए 11.20 बजे से 16.50 बजे तक ब्लॉक लिया गया था। लेकिन कार्य जल्दी समाप्त हो जाने के कारण 16.30 बजे ही ब्लॉक निरस्त कर दिया गया एवं गाड़ियों का परिचालन उक्त लाइन से आरीं कर दिया गया।
इस कार्य को योजना बद्ध तरीके से मुख्य इंजीनियर (पुल) चर्चगेट श्री अजय गोयल के द्वारा अनुमोदित स्कीम के तहत किया गया। गति अवरोध हट जाने के कारण थ्रूपुट बढ़ जाएगा एवं गाड़ियों को संरक्षित एवं अधिक गति से चलाया जा सकेगा।