गिरीराज की पूजा कर लगाया छप्पन भोग
उज्जैन। श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर मुनिनगर में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ के पांचवें दिन कथा में गोवर्धन नाथ एवं संकट मोचन हनुमान को छप्पन भोग लगाया गया।
पं. सुनीलकृष्ण व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन किया। पुतना मोक्ष की कथा के माध्यम से भगवान का स्वभाव बताया। परमात्मा ने पुतना का जहरीला दूध पीकर उसे वह गति पहले प्रदान की जो मां यशोदा और देवकी को बाद में देनी थी। सकट भंजन कथा के माध्यम से आपने गृहस्थ धर्म को समझाते हुए कहा जो गृहस्थ अपनी गृहस्थी की गाड़ी में ठाकुरजी को अपने उपर बैठाता है परमात्मा उस पर कृपा करते हैं। आपने ब्रह्मा के मोह की कथा तृणावर्त उध्दार और अन्य बाल लीलाओं के साथ भगवान की माखन चोरी की लीला का महत्व समझाया। माखन है मन जैसा गोपियों का मन चुराना ही माखन चोरी लीला का महत्व है। गोवर्धन पूजा कथा के द्वारा आपने कहा जो दिखे वह देव, इंद्र की पूजा बंद करवाकर श्रीकृष्ण ने गिरीराज महाराज की पूजा आरंभ करवाई। कथा के यजमान ललित लुल्ला, राजेश अग्रवाल, अजय दीक्षित रहे। कथा संयोजक गोपालकृष्ण व्यास ने बताया आज कथा में श्रीकृष्ण रूक्मणी का विवाह होगा।