दूसरे चरण में भावान्तर भुगतान राशि आगामी शनिवार तक पहुंचेगी किसानों के खाते में
समयावधि-पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
उज्जैन । समयावधि-पत्रों की समीक्षा बैठक आज सोमवार को मेला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने बैठक में बताया कि शासन की भावान्तर भुगतान योजना में दूसरे चरण की राशि किसानों के खातों में आगामी शनिवार तक पहुंचा दी जायेगी। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन किसानों के खातों में राशि जाना है, उनका पूर्ण सत्यापन दो दिवस में पूरा करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस चरण में नवम्बर माह में किसानों द्वारा जो फसल विक्रय की गई है, उसकी भावान्तर भुगतान राशि आगामी शनिवार तक मिल जायेगी। बैठक में कलेक्टर द्वारा अन्य विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा भी की गई। सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर तथा जिला स्तरीय अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि भावान्तर भुगतान योजना के तहत जिन किसानों द्वारा जिले में पंजीकरण नहीं करवाया गया है, उन किसानों को भी योजना के तहत राशि का लाभ दिये जाने के लिये चिन्हांकित किया जाये। प्रत्येक मंडी द्वारा ऐसे कृषकों की पहचान की जाये। उन्हें एसएमएस भेजे जायें, जिन्होंने 16 अक्टूबर के बाद अपनी फसल बेची थी, परन्तु पंजीकरण नहीं होने से लाभ नहीं मिला है। इस कार्य में लघु कृषकों को विशेष प्राथमिकता दी जाये। किसान दीदीयों तथा किसान मित्रों की सहायता से इन कृषकों को चिन्हांकित किया जाये।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि इस योजना में नोडल अधिकारी बनाये गये अधिकारी भी 10 प्रतिशत रेण्डमली चेक करें। मंडियों में सूचीबद्ध किसानों की जानकारी सत्यापित करें। अब करीब 15 हजार किसानों को भावान्तर भुगतान राशि का लाभ दिया जायेगा। इनको लगभग 15 करोड़ रूपये भावान्तर भुगतान के रूप में मिलेंगे। पहले चरण में लगभग 10 हजार किसानों को लाभ मिला है। कलेक्टर ने इस योजना के सुचारू क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए बताया कि मंडियों के आसपास भी यदि मंडी कार्य के लिये भूमि की आवश्यकता है तो कलेक्टर को मिले अधिकारों के तहत उस भूमि को मंडी कार्यक्षेत्र घोषित किया जा सकेगा। इसके लिये सम्बन्धित एसडीएम अपने प्रस्ताव आवश्यकता अनुसार प्रेषित कर सकते हैं। साथ ही ऐसी भूमि चिन्हांकित भी कर लें।
प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि महिला हितग्राहियों को उनके उज्ज्वला गैस कनेक्शन की रिफिलिंग समय-सीमा में ध्यान रखते हुए करा दी जाये। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को उज्ज्वला गैस कनेक्शन का लाभ भी दिया गया है। समीक्षा में यह सामने आया कि कई प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों द्वारा अपने आवासों पर पक्की छत के बजाय टीनशेड डाल दिये गये हैं। इसके अलावा कई हितग्राहियों ने राशि का दुरूपयोग भी किया है। कलेक्टर द्वारा ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये गये, जिन्होंने टीनशेड डाले हैं, उन मकानों पर पक्की छत बनवाने की सख्ती से ताकिद की। प्रधानमंत्री आवास योजना में सिविल इंजीनियरिंग के तकनीकी इस्तेमाल के उद्देश्य से ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को भी अपनी भूमिका निभाने हेतु सम्मिलित किया गया है। कलेक्टर ने समीक्षा में पाया कि यह विभाग सौंपे गये दायित्व को सक्रियता से नहीं पूर्ण कर रहा है। इस पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी विभाग के प्रति व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि आगामी 25 दिसम्बर तक लम्बित आवासों का निर्माण पूर्ण हो जाना चाहिये, अन्यथा विभाग के इंजीनियर्स को निलम्बित किया जायेगा। समीक्षा में कलेक्टर द्वारा घट्टिया तथा बड़नगर जनपद पंचायतों में आवासों के लक्ष्य पूर्ण करने हेतु अधिक मेहनत के निर्देश दिये। इसके साथ ही खाचरौद तथा नागदा में दिसम्बर में आवास पूर्ण करने के लिये एसडीएम तथा जनपदों के सीईओ को और अधिक ध्यान देने के निर्देश दिये। बताया गया कि खाचरौद जनपद में कम से कम 30 से 35 ऐसे हितग्राही हैं, जिन्होंने पक्की छत की बजाय टीनशेड अपने आवासों पर डाला है। इस सम्बन्ध में कलेक्टर ने सम्बन्धित सभी एसडीएम तथा जनपदों के सीईओ को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये। तराना में आवासों के निर्माण की पूर्णता हेतु कलेक्टर ने जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ को तराना जाकर बैठक लेने के निर्देश दिये। बताया गया कि तराना में भी आवासों के निर्माणों में ढिलाई परिलक्षित हो रही है।
बैठक में कलेक्टर ने सभी जनपदों से पीएम आवास योजना के ऐसे 15-15 हितग्राहियों के नाम भेजने के निर्देश दिये, जिनके द्वारा पूर्ण मापदण्डों पर अपने आवासों का निर्माण किया गया है। इन हितग्राहियों को जिला स्तर पर बुलाया जाकर उनसे चर्चा की जायेगी और रोल मॉडल के रूप में उनको प्रस्तुत किया जायेगा। बैठक में आगामी 19 दिसम्बर से जिले में आरम्भ होने वाली एकात्म यात्रा की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने इस दौरान सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा में अपेन सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन पूर्ण कर्त्तव्यनिष्ठा से करें। यात्रा 21 दिसम्बर तक पूरे जिले में भ्रमण करती हुई इसी तिथि की शाम को इन्दौर की ओर रवाना हो जायेगी। इस दौरान रास्ते में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं, जन-संवाद स्थलों के चिन्हांकन, पेयजल, अस्थाई टॉयलेट इत्यादि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये। नगरीय क्षेत्र में नगर निगम आयुक्त तथा ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत सीईओ यात्रा व्यवस्थाओं के प्रभारी नियुक्त किये गये हैं। जिला स्तर पर एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी को यात्रा का प्रभारी बनाया गया है। जिले में एकात्म यात्रा आगमन से पूर्व निर्धारित तिथियों में चित्रकला, श्लोकगान आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाना हैं। इनमें स्कूलों के करीब डेढ़ हजार विद्यार्थी सम्मिलित होंगे। प्रतियोगियों को नगद राशि से पुरस्कृत भी किया जायेगा। जिले में एकात्म यात्रा की तैयारियों के सन्दर्भ में सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र के पुजारियों, गणमान्य नागरिकों, भजन-मण्डलियों आदि के साथ बैठकें लेने के निर्देश दिये गये। शासकीय विभागों से जुड़े विभिन्न एसोसिएशन्स का सहयोग भी यात्रा के प्रचार-प्रसार में लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये।
बैठक में कलेक्टर द्वारा सभी एसडीएम को निर्देश दिये गये कि राजस्व पुस्तक परिपत्र 6(4) के तहत दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि के प्रस्ताव समय-सीमा में प्रेषित किये जायें, ताकि पीड़ितजनों को राशि की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़े। इस सम्बन्ध में कलेक्टर द्वारा डिप्टी कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा तथा कार्यालय अधीक्षक श्री नागर को सभी अनुभागों से प्राप्त प्रस्तावों की समय-सीमा में स्क्रूटनी कर अन्तिम रूप देने के लिये ताकिद की। जिले की हरेक ग्राम पंचायत में राशन की दुकान खोलने के लिये जारी कार्यवाही की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने जिला आपूर्ति नियंत्रक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।