धर्मसभा का मंचन: डाॅक्टर, नेता, साध्वी को भेजा नर्क में
उज्जैन। डाॅक्टर ताउम्र जिंदा इंसानों को नोचता रहा, इलाज के नाम पर लूटता रहा, नेता ने बेईमानी के महल खड़े किए भ्रष्टाचार, बेईमानी और आरक्षण की गंदगी राजनीति से आम आदमी की लंगोट तक उतारने में कसर नहीं छोड़ी, वहीं साध्वी ने धर्म के मायाजाल में लोगों को फंसाकर उनका रूपया एंठा, ऐशो आराम के साथ अपार धन एकत्र कर धर्म की होली जलाई, जबकि आम आदमी बेचारा अपेक्षित रहा। यह नजारा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों के तहत होटल मित्तल पैराडाइज में नाटक धर्मसभा के मंचन में दिखा। मरने के बाद एक डाॅक्टर, नेता, साध्वी और एक आम आदमी धर्मराज के दरबार में पहुंचते हैं। वहां सब अपने द्वारा किए गए अच्छे कार्यों का विवरण नारदजी के सामने रखते हैं, इसके बाद धर्मराज के दरबार में चित्रगुप्त सबका लेखा-जोखा प्रस्तुतकरते हैं। मरने के बाद धर्मराज के दरबार में जब मौत के बाद पहुंचे तो डाॅक्टर, नेता और साध्वी की पोल खुली तो इन्हें नरक में भेजा जबकि आम आदमी को स्वर्ग में भेजा। 25 मिनिट के नाटक को दर्शकों ने खूब सराहा। नाटक में प्रमिला गोयल, तृप्ति मित्तल, पूजा मोदी, श्रध्दा गर्ग, संध्या गोयल, कविता गर्ग, भारती गोयल, सलोनी मित्तल, सार्थक गर्ग और आर्यन गोयल मुख्य पात्र थे। नाटक का मंचन अग्रसेन साथिया ग्रुप ने किया। अग्रवाल सोशल ग्रुप के सहयोग से हुए इस मंचन के बाद भगवानदास एरन, सरोज अग्रवाल, सिध्दु मित्तल का सम्मान किया गया। संचालन अनिता गोयल ने किया। नाटक का निर्देशन जगरूप सर ने किया एवं संवाद प्रसिध्द व्यंग्यकार पिलकेन्द्र अरोरा ने लिखे।