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खरीफ-2017 में उज्जैन जिले में हुआ उल्लेखनीय कार्य -ऊर्जा मंत्री जैन


उज्जैन @ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत विगत खरीफ-2017 में उज्जैन जिले में अत्यन्त उल्लेखनीय कार्य किया गया है। खरीफ-2017 के तहत जिले के एक लाख 62 हजार ऋणी किसानों का तो फसल बीमा कराया ही गया है, लेकिन हर्ष की बात यह है कि इस बार तकरीबन 20 हजार अऋणी किसानों का भी फसल बीमा कराया गया है, जो कि पूरे मध्य प्रदेश का दो-तिहाई है।

       इस अवसर पर जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर कलेक्टर संकेत भोंडवे, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित और किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा किसानों के फसल बीमा का उल्लेखनीय कार्य करने पर रविवार को विक्रम कीर्ति मन्दिर में सहकारी बैंक तथा समितियों के कर्मचारियों तथा मैदानी कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

       समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन थे। इस दौरान महिदपुर विधायक बहादुरसिंह चौहान, नागदा-खाचरौद विधायक दिलीपसिंह शेखावत और उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ.मोहन यादव भी विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम पं.दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया।

       इस अवसर पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री किशनसिंह भटोल द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारे मैदानी कार्यकर्ता ही हमारी शक्ति हैं। उन्हीं के कारण एक बहुत बड़े लक्ष्य को पूरा करने में उज्जैन जिला सफल हुआ है। उन्होंने अपनी ओर से सभी का अभिनन्दन किया।

       मुख्य अतिथि श्री जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे लिये यह गौरव की बात है कि केवल अकेले उज्जैन जिले में पूरे मध्य प्रदेश के दो-तिहाई अऋणी किसानों का फसल बीमा कराया गया है। इसमें हमारे सहकारी समितियों के कार्यकर्ताओं का अतुलनीय योगदान रहा है। जब कोई उल्लेखनीय कार्य करता है तो उसका सम्मान अवश्य किया जाना चाहिये, ताकि उसे आगे और अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिल सके। इस कार्य में जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का भी विशेष योगदान और मार्गदर्शन रहा है। अगले पांच सालों में किसानों की आय को दोगुना करने के लिये उन्हें शासन की ओर से सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदाय की जा रही हैं।

       मालवा के किसान भी अब समय के साथ जागरूक हो रहे हैं और बढ़-चढ़कर शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। परम्परागत फसलों के स्थान पर नई फसलें अब प्रयोग में लाई जा रही हैं, जिससे किसानों को काफी मुनाफा भी हो रहा है। मंत्री श्री जैन ने सम्मानित होने वाले सभी कार्यकर्ताओं को अपनी ओर से शुभकामनाएं दी।

       विधायक डॉ.मोहन यादव ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा समिति के कार्यकर्ताओं के लिये ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने से उनमें निश्चित रूप से नई ऊर्जा का संचार होगा। जिले की 172 सहकारी समितियों के कार्यकर्ताओं द्वारा जिन 20 हजार अऋणी किसानों का फसल बीमा किया गया है, उस प्रशंसनीय कार्य के लिये सभी लोग बधाई के पात्र हैं।

       विधायक श्री दिलीपसिंह शेखावत ने कहा कि संकल्प से सिद्धि में मैदानी कार्यकर्ताओं का अहम योगदान रहा है। ये कार्य लीक से हटकर किया गया है। अऋणी किसानों का इतनी बड़ी तादाद में फसल बीमा करवाना ये दर्शाता है कि इस योजना के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है।

       अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात सहकारी समितियों के सभी कार्यकर्ताओं को प्रशंसा व प्रमाण-पत्र वितरित कर उनका सम्मान किया गया। इस दौरान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्रबंधक सिरोठिया, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास सीएल केवड़ा, मनोज जायसवाल, एलडीएम आरके तिवारी, सभी विकास खण्डों के एसडीएम, एसएडीओ तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

       सम्मान समारोह के पश्चात कर्मचारियों व मैदानी कार्यकर्ताओं को आगामी रबी 2017-18 के लिये फसल बीमा का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने कहा कि खरीफ-2016 में जो उपलब्धी जिले को मिली है, उसके पीछे टीम भावना से किया गया कार्य प्रमुख वजह है। अब आगे हमें सितम्बर में होने वाली फसल कटाई पर ध्यान केन्द्रित करना है। इसके अलावा ग्राम आनावरी पर भी विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। नीचले स्तर पर काम को दुरूस्त करना बेहद जरूरी है। सहकारी समितियों में नये सदस्य भी जोड़े जायें।

       कलेक्टर ने कहा कि यदि किसी किसान का गोल खाता है और उसके पास उसकी पावती है तो उसका भी बीमा करवाया जाये। आने वाले समय में किसानों के लिये नि:शुल्क ऋण पुस्तिका वितरण कैम्प भी लगाये जायेंगे। अभी तराना, महिदपुर और खाचरौद की ओर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वहां के किसानों को जागरूक करने के लिये प्रत्येक गांव में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी दीवारों पर लिखवाई जाये। मिट्टी परीक्षण का कार्य भी अपने-अपने क्षेत्रों में तीव्र गति से किया जाये। जिन किसानों का आधार नम्बर अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाया है, उनका आधार नम्बर अनिवार्यत: लिया जाये। ऐसे खेत जो बड़े जलाशयों के समीप हैं, वहां चना और सरसो की फसल लगाने के लिये किसानों को प्रेरित किया जाये, क्योंकि इन फसलों में पानी कम लगता है।

       पटवारी गांव-गांव जाकर फसल गिरदावरी का कार्य करें। ऐसे सहकारी बैंक जिनका एनपीए अधिक है, उसे भी कम किया जाये। कलेक्टर ने कहा कि आने वाले समय में किसानों के लिये मल्टीपर्पज गोडाउन योजना प्रारम्भ की गई है। किसान अपने खेत में ही इस योजना के तहत गोडाउन का निर्माण कर अपनी उपज को सुरक्षित रख सकते हैं। इसमें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत सब्सिडी भी प्रदाय की जायेगी, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि गोडाउन का उपयोग केवल स्वयं के निजी उपयोग के लिये किया जायेगा।

       कलेक्टर ने निर्देश दिये कि हर समिति द्वारा एक हजार मैट्रिक टन का गोडाउन बनवाया जाये। इसके अलावा अभियान चलाकर किसानों का डाटाबेस भी तैयार करवाया जाये, ताकि समय-समय पर किसानों को एसएमएस के माध्यम से आवश्यक सूचना भेजी जा सके। रबी से पहले शत-प्रतिशत सेम्पलिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जाये। मुख्यमंत्री कृषक कल्याण योजना के बारे में भी किसानों को बताकर उन्हें योजना का पूरा-पूरा लाभ दिलवाया जाये। पूरे जिले में खसरा खतौनी की नकल का नि:शुल्क वितरण किया जा चुका है, परन्तु ऐसे किसान जिन्हें अभी तक नकल नहीं मिली है, उन्हें अविलम्ब खसरा खतौनी की नकल दिलवाई जाये।

       इसके पश्चात कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और फसल कटाई प्रयोग के बारे में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों द्वारा विस्तार से बताया गया। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के प्रबंधक द्वारा खरीफ-2017 में बैंक द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों से भी सभी को अवगत कराया गया।  

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