5 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
उज्जैन। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता यूनियन संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में 45वें भारतीय श्रम सम्मेलन के अनुमोदन को लागू करने सहित 5 सूत्रीय मांगों के निराकरण करने का अनुरोध किया गया। अध्यक्ष आजमा बी के अनुसार कई वर्षों से योजना के अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं सेवा दे रही लेकिन आज तक इन्हें ना तो वेतनमान दिया जा रहा और न ही शासकीय सेवा में कार्य करने के बाद भी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिला है। जिसके कारण कर्मियों का भारी शोषण हो रहा है। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को श्रमिक के रूप में मान्य किया जाए, न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपये मासिक से कम न हो, पेंशन 3 हजार से कम न हो, अन्य सभी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ दिया जाए। आईसीडीएस सहित सभी योजनाओं का निजीकरण बंद किया जाए, सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के लिए 2017-18 के बजट में पर्याप्त राशि आवंटित की जाए। 22 जनवरी को म.प्र. वेतन सलाहकार बोर्ड द्वारा मान्य श्रेणी को शीघ्र लागू किया जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं से हाईकोर्ट के आदेशानुसार एवं बालविकास मंत्रालय द्वारा जारी कार्य सूची के अतिरिक्त अन्य कार्य पर रोक लगाई जाए। जारी कार्य सूची के अतिरिक्त अन्य कार्य पर रोक लगाई जाए। ज्ञापन देने पहुंचे मनोज ठाकुर, अजमा बी, लता कसेरा, ललिता पुरोहित सहित सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि उपरोक्त मांगों पर शीघ्र निर्णय लेकर कर्मियों को शीघ्र न्याय दिलाएं।