गयाकोटा और सिद्धवट पर श्रद्धालुओं ने किया तर्पण
उज्जैन। आज से श्राद्ध पक्ष शुरू हो चुका है। अपने पूर्वजों को तर्पण करने के लिए देश के कई प्रदेशों से लोग पहुंचें और तर्पण किया। बिहार के गया के समान ही उज्जैन का महत्व है। इसलिए श्राद्ध पक्ष के दौरान हजारों लोग यहां आते हैं। विदेशों में रहने वाले परिवार के लोग अपने बुजुर्गों का तर्पण ऑनलाइन कर रहे है।
श्राद्ध पक्ष सोलह दिन के बजाय पंद्रह दिन का है। श्राद्धपक्ष आज से शुरू होकर २० सितंबर तक चलेंगे। पूर्णिमा व प्रतिपदा एक ही दिन होने से दोनों तिथियों के श्राद्ध लोगों ने आज एक ही दिन किए। मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के रामघाट एवं सिद्धवट घाट के अलावा अंकपात मार्ग स्थित गयाकोठा पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने पितरों के निमित्त दान व तर्पण किया।
कल द्वितीया का श्राद्ध होगा @ पंडियों ने बताया कि पुराणों के अनुसार वे जातक जिनके परिवार में द्वितीया तिथि को किसी सदस्य का देवलोकगमन हुआ हो वे द्वितीया का श्राद्ध करें। ७ सितंबर को द्वितीया तिथि रहेगी। इस दिन गुरुवार का द्वितीया तिथि व पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा। नारद पुराण व कुर्म पुराण के अनुसार द्वितीया का श्राद्ध संतान प्राप्ति का दाता देगी। पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र वाहनों में वृद्धि सहित मवेशी व्यवसायियों हेतु लाभप्रद माना गया है। वारों में गुरुवार का श्राद्ध विद्यादायक माना गया है।