बुरे विचारों वालों के घर भी पैदा हो सकते हैं भक्त- पं. शर्मा
उज्जैन। हिरण्यकश्यप जैसे राक्षस के घर भक्त प्रहलाद ने जन्म लेकर यह मिथक तोड़ दिया कि बुरे विचारों वालों के घर में भक्त पैदा नहीं हो सकते। यह सब संस्कारों का खेल है, प्रहलाद ने भगवान की भक्ति की और जलती चिता से जिंदा निकल आया और जिसे वरदान था कि वह आग में जल नहीं सकती ऐसी होलिका अपने पापों के कारण उसी आग में स्वाहा हो गई।
यह बात मानस भवन क्षीरसागर पर भागवत सप्ताह अंतर्गत आयोजित भागवत ज्ञान यज्ञ में पं. संतोष शर्मा ने कही। सचिव डाॅ. दिनेश सुखनंदन जोशी के अनुसार प्रतिदिन दोपहर में 2 से 5 बजे तक भागवत कथा का आयोजन मानस भवन पर हो रहा है। कथा उपरांत शाम 5 बजे भागवत की आरती उतारी गई जिसमें बड़ी संख्या में धर्मालुजन शामिल हुए।