13 घरों में जल्द गूंजेंगी किलकारियां बांझ दम्पत्तियों के लिये उपचार की व्यवस्था
उज्जैन एक सितम्बर। राज्य शासन द्वारा बांझ दम्पत्तियों के लिये राज्य बीमा सहायता निधि
योजना में उपचार की व्यवस्था की गई है। इस हेतु प्रति बुधवार रोशनी क्लिनिक मातृ एवं शिशु
अस्पताल चरक भवन में आयोजित किया जा रहा है। रोशनी क्लिनिक में महिला चिकित्सा विशेषज्ञ
डॉ.अनिता जोशी, डॉ.सन्ध्या पंचोली, डॉ.संगीता पलसानिया, डॉ.सुनीता शर्मा, डॉ.निधि जैन व डॉ.मंजुषा
पीप्पल कार्यरत हैं। चिकित्सकों के लगातार सहयोग से जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 13 दम्पत्ति
लाभान्वित हुए हैं और इसी माह उनके घर में छोटे बच्चों की किलकारियां गूंजने वाली हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्हीके गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि
राज्य बीमारी सहायता निधि योजना में उन दम्पत्तियों को भी लाभान्वित किया जा रहा है जो कई वर्षों
से बच्चे की आस लगाये हुए हैं, परन्तु सन्तान सुख से वंचित हैं। विगत 3 फरवरी 2016 को चरक
भवन में रोशनी क्लिनिक प्रारम्भ किया गया। इसमें अब तक कुल 1937 पंजीयन हो चुके हैं। पंजीकृत
दम्पत्तियों में से 524 दम्पत्तियों को बांझपन दूर करने हेतु उपचार किया जा रहा है। निरन्तर मार्गदर्शन,
काउंसलिंग, उपचार, जांच दम्पत्तियों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। बांझपन निवारण सेन्टर
इन्दौर में भी इलाज हेतु कुछ दम्पत्तियों को भेजा गया है। इनके उपचार पर लगभग 50 हजार रूपये
प्रति दम्पत्ति की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा
ऐसे दम्पत्तियों से अपील की गई है, जिनको विवाह के 3-4 वर्ष बाद भी सन्तान सुख की प्राप्ति नहीं
हो पाई है, वे प्रति बुधवार चरक अस्पताल में आयोजित होने वाले रोशनी क्लिनिक में अपना उपचार
करवा कर सन्तान सुख प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत उपचार पूर्णत: नि:शुल्क है।