मप्र शिक्षक संघ की प्रांतीय परिषद की बैठक संपन्न
उज्जैन। हम राष्ट्र हित, शिक्षा हित, छात्र हित व अंत में शिक्षक हित की बात करने वाले है। हम केवल वेतन भत्तों के लिए नहीं बल्कि राष्ट्रिय विचार के लिए काम करने वाले संगठन के कार्यकर्ता है।
उक्त बात संगठन मंत्री लक्ष्मीनारायण अग्रवाल ने योग प्रशिक्षण केंद्र शिवाजी नगर भोपाल में आयोजित मप्र शिक्षक संघ की प्रांतीय परिषद की बैठक में प्रथम सत्र में संगठन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कही। जिलाध्यक्ष प्रवीण भाटी व जिला सचिव जगदीशसिंह केलवा के अनुसार दो सत्रों में आयोजित बैठक में प्रांताध्यक्ष लछीराम इंगले ने कहा कि किसी भी संगठन का आधार उसकी सदस्यता होती है। सदस्यता के लिए कार्यकर्ताओ से जीवित एवं सतत सम्पर्क होना आवश्यक है। सदस्यता के लिए 10 सितम्बर तक जिले की बैठक कर रशीद बन्दीयों का वितरण करें। सदस्यता पखवाडा मनाकर एक साथ पुरे प्रदेश में एक अभियान के तौर पर सदस्यता करना है। यही सदस्य आपके ब्लॉक व नगर इकाइयों के 19 एवं 26 नवम्बर के निर्वाचन में मतदाता होंगे। 10 दिसम्बर को तहसील इकाईयों का निर्वाचन होगा। जिला इकाईयों का निर्वाचन 7 व 21जनवरी को होगा। सदस्यता अभियान में हर शिक्षक तक पहुंचना है। अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के क्षेत्र प्रमुख किशनलाल नाकडा ने गुरु वन्दन, शाश्वत जीवन मूल्य, कर्तव्य बोध कार्यक्रम की जानकारी दी। गौतममणी अग्निहोत्री ने आर्थिक पारदर्शिता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। दूसरे सत्र में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सचिव हिम्मतसिंह जैन ने शिक्षक को वैचारिक रूप से सक्षम बनाने के लिए संघ की पत्रिका शैक्षिक मन्थन की सदस्यता लेने तथा उसका स्वाध्याय का आग्रह किया। केंद्र सरकार द्वारा 5वीं, 8वीं की बोर्ड परीक्षा पुनः शुरू करने के फैसले की जानकारी दी। छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने, सातवें वेतनमान 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने, शिक्षकों की देश भर में नियमित नियुक्ति करने सहित 18 मांगो का ज्ञापन मानव संसाधन विकास मंत्री के नाम 18 सितम्बर को जिला स्तर पर देश भर में कलेक्टर को ज्ञापन सौपने का आव्हान किया। शाश्वत जीवन मूल्य विषय पर इंदौर, मैहर, ग्वालियर में कार्यक्रम आयोजित करने का तय किया गया। महिला सम्मेलन के आयोजन का उज्जैन, जबलपुर, राजगढ़ में तय किया। महामंत्री क्षत्रवीर सिंह ने शिक्षकों की प्रमुख समस्याओं के निराकरण में पदाधिकारियों द्वारा बार बार विभागों के मंत्रियो व् सचिवों से मुलाकात से अवगत कराते हुए बताया कि समयमान वेतनमान अगली केबिनेट बैठक में मंजूर होकर आदेश होने की पूरी सम्भावना है। सहायक शिक्षकों की पदोन्नति के संबन्ध में कहा कि इस तरह से पद स्वीकृत करना है जिसकी वित्त विभाग को आपत्ति है, तब प्रांताध्यक्ष लछीराम इंगले ने इनकी अपग्रेडेशन की मांग का ज्ञापन दिया जिसकी कार्यवाही चल रही है सम्भव है कि यह समस्या भी निराकरण के समीप है। अध्यापक संवर्ग की शिक्षा विभाग में संविलियन के प्रयास में सभी स्तर पर मुख्यमंत्री को निर्णय करने की आवश्यकता बताई गई। संघ पुरे जोर से एक बार मुख्यमंत्री को इस पर निर्णय के लिए मिलेगा। स्वदेशी अभियान अंतर्गत जागरण के कार्य में संघ को अपने स्तर पर प्रयास करने की अपील सह संगठन मंत्री हीरालाल तिरोले ने की। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख मध्य क्षेत्र विलास गोले ने विद्यालय के शिक्षकों से पुस्तकालय में भारतीय संस्कृति, जीवनमूल्य, संस्कार की शिक्षा देने वाली पुस्तकों की व्यवस्था देखे। बच्चों को अपने भाव को लिखने की कला सिखाना चाहिए। उन्हें भारतीय वैज्ञानिकों का जीवन परिचय पढ़ने के लिए उपलब्ध कराए। डॉक्टर, इंजीनियर बनाने के चक्कर में उन्हें सतत ट्यूशन में ठूस कर रखना ठीक नही है। प्रांतीय उपाध्यक्ष सनतकुमार पाण्डे ने आभार माना। अतिथि परिचय अखिलेश मेहता ने दिया। इस अवसर पर चन्द्रपाल सिंह, सोहनलाल परमार, मनोज अरपूरे, शीतलचंद चैहान, ओम पाटोदिया, ममता राठौर, कुसुम शर्मा, रामबरन सिंह, राजेन्द्र राजपूत, पंचम कौरव, कमलकिशोर गौर, गोविन्द गुप्ता, रमेशचन्द्र पाटीदार, महेश सैते सहित प्रदेश के 45 जिले के 250 सम्भागीय अध्यक्ष ,सचिव जिलाध्यक्ष सचिव मौजूद रहे।