तपस्वियों की अनुमोदना करने उमड़ा जैन समाज, परम वैभव के साथ हुई भक्ति
72 आराधकांे की सिध्दितप तपस्या पूर्ण होने पर निकली दो किमी लंबी रथ यात्रा, आगे रांगोली के रंग तो पीछे लोगों में उत्साह और उमंग
उज्जैन। 72 सिध्दितप आराधकों की तपस्यापूर्ण होने पर रविवार सुबह 9 बजे बड़ा उपाश्रय खाराकुआ से 2 किलोमीटर लंबी एतिहासिक रथयात्रा निकली। जिसमें 25 बग्गी, 3 हाथी, शाही अंदाज में विंटेज कार, 4 बैंड, 2 चांदी के रथ, 21 महिला मंडल, ढोल-ताशे, इंद्रध्वजा सहित अलग ही वैभव व परिवेश में सैकड़ों समाजजन शामिल हुए। जूलूस के आगे कलाकार सडक पर रांगोली सजाते चलें। यह पहली बार है जब शहर में 72 लोगों ने 45 दिवसीय कठिन सिध्दि तप की सामूहिक आराधना की है।
श्वेतांबर जैन समाज के पर्युषण समाप्त होने के साथ रविवार को तप आराधकों की तपस्या पूर्ण हुई। महिला मंडल की सदस्याएं प्रभु भक्ति में गरबा, मयूर नृत्य व नवकार मंत्र के जयघोष करते हुए चली। तोपखाना, सखीपुरा, इंदौरगेट, कंठाल, सतीगेट, छोटा सराफा होते हुए जुलूस श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी उपाश्रय पर धर्मसभा में परिवर्तित हुआ। यहां गच्छाधिपति आचार्य दौलतसागरजी, आचार्य नंदीवर्धन सागरजी की निश्रा में आचार्य हर्षसागर सूरिश्वरजी महाराज ने कहा कि प्रबल पुण्योदय से ऐसी तपस्याओं का प्रसंग आता है। आज उज्जैनवासियों व विभिन्न शहरों से पधारे लोगों का उत्साह और उमंग देखकर बहुत सुखद महसूस हुआ। बड़ा उपाश्रय ट्रस्ट के दिलीप ओरा के अनुसार पहली बार शहर में इस तरह की रथयात्रा निकली जिसकी आभा को निहारने सड़कों के दोनों ओर लोग कतारबध्द होकर खड़े रहे। उज्जैन के अलावा इंदौर, रतलाम, देवास से बग्गियां बुलाई गई। मंत्री पारस जैन, सांसद डाॅ. चिंतामणि मालवीय, महापौर मीना जोनवाल, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती, पार्षद माया त्रिवेदी, रेखा गेहलोत, पूर्व पार्षद रेखा ओरा, रवि राय सहित अन्य लोगों ने रथयात्रा की अगवानी की। साधार्मिक वात्सल्य का लाभ लालचंद दीपेशकुमार रांका परिवार ने लिया।
चांदी की थाली में हुआ पारणा
रथयात्रा समाप्ति पर हीर विजयसूरिश्वर बड़ा उपाश्रय में दो भागों में तपस्वियों को पारणा कराया गया। इसके लिए शाही पंगत व चांदी की थाली कटोरी का इंतजाम किया गया। परिवारजनों ने तपस्वियों को चांदी की चम्मच से पारणा कराया।
विंटेज कार रही आकर्षण का केन्द्र
जुलूस में ओपन विंटेज कार भी शामिल हुई। शाही लवाजमे के साथ सुसज्जित इस कार के साथ फोटो व सेल्फी लेने की होड़ लगी रही। इसमें तपस्वी रूपचंद जैन, पूर्वी कटारिया व शशी जैन सवार हुए।
मोती की माला व प्रशस्ति पत्र
तपस्वियों को बड़ा उपाश्रय ट्रस्ट की ओर से मोती की माला, चांदी के आभूषण व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष विमल पगारिया, सचिव राजेश पटनी, राकेश नाहटा, विजय पगारिया, माणक भंसाली, राजेन्द्र बांठिया, अनिल कंकरेचा, प्रकाश बोथरा, राजेन्द्र पालरेचा, दिनेश हायकमान, जयंतिलाल तेलवाला, गौतमचंद धींग, दिलीप सिरोलिया, संजय खलीवाला, राहुल कटारिया, अभय जैन भैयया, अंकित चैपडा, पीयूष जैन आदि मौजूद रहे।
अब 70 दिन पेढ़ी पर चातुर्मास
शहर में पहली बार ऐसा मौका आया जब गच्छाधिपति ने दो स्थानों पर चातुर्मास की स्वीकृति दी। अगले 70 दिनों तक ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी पर त्रिआचार्य विराजमान रहेंगे। आज सोमवार सुबह 9.30 बजे घी मंडी स्थित कल्याणमल मुन्नालाल खलीवाला के निवास से उनका आगमन जुलूस निकलेगा। परिवार की ममता जैन के 16 उपवास व अमन जैन के 11 उपवास निमित्त वरघोड़े के रूप में सभी पेढ़ी पर पहुंचेंगे।