कालिदास समारोह के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न
उज्जैन । संस्कृति विभाग प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव ने रविवार को कालिदास समारोह के सम्बन्ध में बैठक ली। बैठक कालिदास संस्कृत अकादमी में सम्पन्न हुई। इस बैठक में कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे तथा समिति सदस्यगण उपस्थित थे। कालिदास समारोह का शुभारम्भ 31 अक्टूबर को तथा समापन 6 नवम्बर को होगा।
प्रमुख सचिव ने बैठक में कहा कि शुभारम्भ अवसर पर राष्ट्रपति महोदय को एवं समापन अवसर के लिये मुख्यमंत्री को आमंत्रण-पत्र भेजे जायें। साथ ही समारोह में आमंत्रित विद्वतजन एवं कलाकारों को कालिदास की मूर्ति की प्रतिकृति प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट की जाये। उन्होंने कहा कि कालिदास अकादमी को संग्रहालय में तब्दील किया जाये। साथ ही विक्रमादित्य के काल के सिक्कों के संग्रहालय की स्थापना भी की जाये। उन्होंने कालिदास अकादमी को पूर्णत: डिजिटल करने के निर्देश दिये तथा इस समारोह के अवसर पर डिजिटल स्टुडियो का शुभारम्भ भी किया जायेगा। कालिदास के साहित्य से सम्बन्धित चित्र एवं कलाकृतियों की स्थाई प्रदर्शनी लगाने की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। बताया गया कि अकादमी में वर्तमान में कालिदास की रचनाओं पर आधारित ऐसे 260 चित्र हैं, जिनकी प्रतिकृति तैयार करने के लिये प्रमुख सचिव ने कहा है। संग्रहित चित्रों की काफी टेबल बुक तैयार करने के लिये स्थानीय स्तर पर डिजाईनर तथा फोटोग्राफर सुनिश्चित कर उसके प्रकाशन आऊटसोर्स के माध्यम से किये जायेंगे।
समारोह में कालिदास के जीवन पर केन्द्रित नाटक का मंचन भी किया जायेगा। प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि नाट्य मंचन में इस बात का ध्यान रखा जाये कि प्रस्तुति सकारात्मक रूप से कालिदास की रचनाओं को प्रस्तुत करे। जनसामान्य को समारोह से जोड़ने के लिये स्थानीय वरिष्ठ कलाकारों की समिति बनाई जायेगी तथा स्थानीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के सदस्यों को भी आमंत्रित किया जायेगा। समारोह में महाविद्यालय एवं विद्यालयों के विद्यार्थियों तथा प्राध्यापक-शिक्षकों की उपस्थिति अधिक से अधिक सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। प्रमुख सचिव ने सुझाव दिया कि संस्कृत ग्राम बनाया जाये। उन्होंने नगर निगम आयुक्त डॉ.विजयकुमार जे., संयुक्त कलेक्टर श्री केके रावत एवं सहायक संचालक जनसम्पर्क सुश्री अनुभा सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।