ज्ञानमंदिर में मना संवत्सरी क्षमापर्व, निकला चैत्य परिपाटी जुलूस
उज्जैन। पर्युषण महापर्व के अंतिम दिन 25 अगस्त को श्री राजेन्द्रसूरी जैन ज्ञानमंदिर नमकमंडी में क्षमापना पर्व संवत्सरी मनाया गया। साध्वी मुक्तिदर्शना श्रीजी द्वारा प्रातः बारसा सूत्र वाचन के साथ क्षमापना का महत्त्व बताया गया।
श्रीसंघ की ओर से अध्यक्ष मनीष कोठारी द्वारा साध्वीजी से क्षमायाचना की गयी। सिध्दितप के तपस्वी आशा खाबिया एवं सुशीला चोरड़िया का बहुमान गुणमाला नाहर, बेबीबेन तल्लेरा, नीलू गिरिया ने किया। वर्षीतप के तपस्वी नवीन कोठारी, मनोरमा कोठारी, सुशीला बाफना, शीतल कोठारी एवं प्रेमाबेन तल्लेरा का बहुमान मानकलाल गिरिया, रमणलाल गिरिया, जयंतीलाल कोठारी, राजबहादुर मेहता, राजमल कोठारी ने किया। प्रतिक्रमण विधिपूर्वक करवाने पर नरेन्द्र तल्लेरा का बहुमान राकेश बनवट, रजत मेहता, सुधीर मेहता द्वारा किया गया। संचालन संजय कोठारी ने किया। वीरेन्द्र गोलेचा ने बताया कि सभा के पश्चात चैत्य परिपाटी जुलुस निकाला गया। जिसमें पौषध एवं आठ उपवास के तपस्वियों सहित ऊर्जा मंत्री पारस जैन भी शामिल हुए। ज्ञानमंदिर से प्रारम्भ इस परिपाटी ने नगर के प्रमुख जैन मंदिरो में सामूहिक दर्शन एवं चैत्य वंदन किये। दोपहर 3 बजे संवत्सरी प्रतिक्रमण प्रारम्भ हुआ जिसमें शामिल होकर सभी जीवयोनियो से क्षमायाचना की गयी। अ. भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् द्वारा प्रश्नमंच का आयोजन किया गया। जिसमें सभा मे उपस्थिति श्रद्धालुओं से संचालक वीरेन्द्र गोलेचा द्वारा धर्मिक प्रश्न पूछे गए जिनका सही उत्त्तर देने वाले 40 प्रतियोगियों को प्रायोजक अभिषेक सेठिया, नितेष नाहटा, संजय कोठारी द्वारा पुरस्कृत किया गया। वीरेन्द्र गोलेचा के अनुसार आज 26 अगस्त को सभी एक-दूसरे के घर जाकर क्षमायाचना करते हुए हाथ जोड़ कर मिच्छामिदुक्डम बोलेंगे।