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भादौ मास के 14 दिनों में 1.73 करोड़ की आय


उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण-भादों माह में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं का आना हुआ। उज्जयिनी में आस्था के केन्द्र भगवान श्री महाकाल के मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रबंध समिति की ओर से विशेष ध्यान रखा गया। प्रतिदिन मंदिर में आने वाले भक्तों के द्वारा पूजा अभिषेक आदि करने के बाद दान -पुण्य, अन्य मंदिरों में दर्शन (उज्जैन दर्शन बस सेवा), धर्मशाला में ठहरने, अभिषेक लड्डू प्रसादी क्रय आदि किया गया।

इससे मंदिर प्रबंध समिति को श्रावण -भादों माह के 43 दिन में याने 10 जुलाई से 21 अगस्त (षाही सवारी) तक छः करोड़ सत्ताईस लाख सत्तर हजार सात सौ पैंतीस रूपये की आय मंदिर के खजाने में प्राप्त हुई। श्रावण महिने के 29 दिन याने 10 जुलाई से 7 अगस्त रक्षाबंधन पर्व तक 4 करोड़ 54 लाख 44 हजार 924 रूपये की आय मंदिर प्रबंध समिति को हुई थी। इसी प्रकार भादों मास के 8 अगस्त से भगवान महाकाल के शाही सवारी में 21 अगस्त याने 14 दिनों तक प्रमुख मदों से 1 करोड 73 लाख 25 हजार 811 रूपये की मंदिर प्रबंध समिति के खजाने में प्राप्त हुई। इन 14 दिनों में मंदिर प्रबंध समिति को लड्डु प्रसादी से 72 लाख 78 हजार 380, भेंट पेटी से 52 लाख 5 हजार 740, विषेष दिर्षन से 25 लाख 83 हजार 500, अभिषेक से 8 लाख 89 हजार 656, दान में 6 लाख 39 हजार 696, निःषुल्क अन्नक्षेत्र में 4 लाख 24 हजार 837, दोनों धर्मषालाओं (महाकाल धर्मषाला एवं हरसिद्धी धर्मषाला) से 1 लाख 59 हजार 770 तथा अन्य आय जैसे भांग श्रंृगार, ध्वज अरोहण, दुकान किराया, फोटोग्राफी शुल्क, क्लाॅक रूम विलंब शुल्क इत्यादि से 1 लाख 44 हजार 232 रूपये की आय मंदिर खजाने में हुई है। इस आषय की जानकारी मंदिर प्रबंध समिति के प्रभारी प्रषासक श्री क्षितिज शर्मा ने दी।

43 दिन में 21243 श्रद्धालुओं ने टिकिट लेकर दर्शन किये

श्री महाकालेश्वर मन्दिर में विशेष दर्शन की व्यवस्था भी है। विशेष दर्शन के लिये श्रद्धालुओं को 250 रूपये की रसीद लेना पड़ती है। श्रावण-भादौ मास के 43 दिनों में दूर-दराज से आये 21 हजार 243 श्रद्धालुओं ने विशेष दर्शन के लिये 250 रूपये का टिकिट लेकर भगवान महाकाल के दर्शन किये। 43 दिनों में 250 रूपये की टिकिट से 53 लाख 10 हजार 750 रूपये की मन्दिर समिति को आय हुई है।

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