एप्को की पहल पर उज्जैन में ‘ग्रीन गणेश अभियान’
आमजन तथा स्कूली बच्चों द्वारा किया जा रहा है मिट्टी की गणेश मूर्तियों का निर्माण
उज्जैन । पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) की पहल पर उज्जैन में व्यापक स्तर पर मिट्टी की गणेश मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है। मध्य प्रदेश शासन पर्यावरण विभाग के संगठन एप्को द्वारा ‘ग्रीन गणेश अभियान’ के तहत आम जनता तथा स्कूली बच्चों से मिट्टी के गणेश निर्माण किये जाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय पहल की जा रही है। मंगलवार 22 अगस्त को मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल सांवेर रोड तथा शासकीय सराफा कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा लोकमान्य तिलक स्मृति मन्दिर महाराष्ट्र समाज में यह आयोजन हुआ। इस दौरान गृहिणियों, युवाओं, बुजुर्गों तथा स्कूली बच्चों द्वारा अपने हाथों से मिट्टी के गणेश गढ़े गये। आमजन तथा बच्चों द्वारा उत्साह के साथ आयोजन में भाग लिया गया।
तिलक स्मृति मन्दिर में आयोजित कार्यक्रम में शासकीय नवीन कन्या हासे क्षीर सागर, सांईकृपा हासे तथा गुजराती समाज हासे स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनके साथ महाराष्ट्रीयन समाज, सनाढ्य ब्राह्मण समाज तथा अन्य समाजों के नागरिकों ने मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया। भोपाल से आये मूर्तिकारों श्री प्रशांत गोटिवाले तथा अंजली गोटिवाले ने प्रतिमा निर्माण में मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय हरित कोर के मास्टर ट्रेनर श्री ब्रजेश शर्मा तथा कार्यक्रम की नोडल अधिकारी सुश्री अलका सहस्त्रबुद्धे ने उपस्थित रहकर सहयोग दिया।
शहर में एप्को द्वारा पर्यावरण के सम्बन्ध में जन-जागृति उत्पन्न करने के लिये व्यापक स्तर पर यह कार्य शहर में किया जा रहा है। इसके लिये भोपाल से एप्को के अधीक्षण यंत्री श्री जेपी नामदेव के अलावा श्री राजेश रायकवार, श्री एमडी मिश्रा उज्जैन आये हैं। नागरिकों को यह सन्देश दिया जा रहा है कि मिट्टी से बनीं गणेश प्रतिमाओं की स्थापना करें। प्रतिमा निर्माण नागरिक स्वयं अपने घर पर उपलब्ध मिट्टी से कर सकते हैं। इसमें प्राकृतिक रंगों जैसे- चूना, खड़िया मिट्टी, पीली मिट्टी, फूलों के रंग इत्यादि का इस्तेमाल किया जाये। छोटी से छोटी मूर्ति निर्मित कर विसर्जन अपने घर पर ही पात्र में पवित्र जल भरकर शुचिता एवं गरिमा के साथ करें। विसर्जन के बाद जल एवं मिट्टी को अपने बगीचे या गमले आदि में उपयोग कर सकते हैं।
ग्रीन गणेश अभियान के लाभ भी बताये गये हैं। इससे हमारे नदी तालाबों का संरक्षण होगा, पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, जलीय जीव-जन्तुओं के आवास सुरक्षित रहेंगे। देव प्रतिमा का विसर्जन सरलता से घर पर ही किया जा सकेगा।
शहर के दो स्कूलों में आज होगा आयोजन
ग्रीन गणेश अभियान के तहत 23 अगस्त को उज्जैन शहर के शासकीय हासे जालसेवा निकेतन फ्रीगंज स्कूल तथा शासकीय कहासे स्कूल दशहरा मैदान पर ग्रीन गणेश कार्यक्रम के तहत मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं का निर्माण स्कूली विद्यार्थियों द्वारा होगा। इसके अलावा शहर के पीपली नाका चौराहे पर दोपहर 3 से 6 बजे तक आम जनता द्वारा गणेश प्रतिमाओं का निर्माण करवाया जायेगा। इस कार्य में एप्को के अलावा स्थानीय डॉ.आरके गुप्त एवं श्री दिलीप चक्रवर्ती द्वारा भी सहयोग दिया जा रहा है।
ग्रीन गणेश अभियान के अन्तर्गत तीन चरणों में पांच संभागीय मुख्यालयों भोपाल, उज्जैन, इन्दौर, रीवा एवं जबलपुर में प्रशिक्षण आयोजित किये जा रहे हैं। इसके प्रथम चरण में विगत 10 जुलाई को भोपाल में चिन्हित मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। संभाग मुख्यालयों पर द्वितीय चरण में मूर्तिकारों का चयन कर उन्हें ग्रीन गणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। तृतीय चरण में आम जनता को ग्रीन गणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तृतीय चरण में संभागीय मुख्यालयों पर आम जनता के लिये ग्रीन गणेश बनाने का दो दिवसीय प्रशिक्षण हेतु दो सार्वजनिक स्थानों तथा चार विद्यालयों अथवा महाविद्यालयों को शामिल किया गया है, ताकि आम जनता एवं युवा वर्ग इस अभियान का हिस्सा बन सकें।
गणेश उत्सव के दौरान नागरिक बाजार में उपलब्ध पीओपी से निर्मित रासायनिक रंगों से तैयार गणेश प्रतिमाओं को स्थापित करते हैं, फिर समीप के जलाशय में विसर्जित करते हैं। इस कारण जल प्रदूषण, जलीय तंत्र को नुकसान, पीओपी से जलभराव में कमी तथा अन्य पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इन तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए एप्को द्वारा ग्रीन गणेश अभियान व्यापक जनचेतना हेतु संचालित किया जा रहा है।