सोमवती अमावस्या पर उज्जैन में उमड़ा आस्था का सैलाब, शिप्रा में भक्तों ने लगाई डूबकी
ujjain @ सोमवती अमावस्या पर आज उज्जैन में श्रद्धालुओं ने शिप्रा नदी में स्नान कर पुण्य कमाया। रामघाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने स्नान के दौरान जहां सूर्य को अर्ध्य दिया। वहीं पितृओं की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण भी किया।
सोमवती अमावस्या को लेकर आज श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला। आज शुभ मुहूर्त में शिप्रा नदी में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पडा। सूर्य की पहली किरण के साथ ही बड़ी संख्या में शिप्रा नदी में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। ग्रामीणों ने भी सोमवती अमावस्या के दुर्लभ संयोग पर नदी में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। मौसम में ठंडक होने के बावजूद श्रद्धालुओं आस्था भारी दिखाई दी। श्रद्धालुओं ने शिप्रा में डूबकी लगाने का जमकर आनंद लिया। नदी में स्नान करने वालों में महिलाओं के अलावा वृद्ध और बच्चे भी शामिल रहे। घाटों पर दूर दूर तक आस्था का सैलाब दिखाई दिया।
श्रद्धालुओं ने नदी में डुबकी लगाने के साथ सूर्य देवता को अर्ध्य भी दिया। वहीं घाट पर मौजूद पंडे - पुजारियों ने श्रद्धालुओं से पितृ शांति के लिए पूजन भी करवाया। पूजन के दौरान श्रद्धालुओं ने रामघाट पर पिंडदान और तर्पण भी किया। श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान करने के बाद दान कर पुण्य लाभ कमाया। सोमवती अमावस्या पर दिनभर पूजन - अर्चन और स्नान का दौर चलता रहा। आस्था के इस त्यौहार पर अधिकांश श्रद्धालुओं ने अपने पुराने वस्त्र घाट पर त्यागकर नवीन वस्त्र धारण किए। स्नान के बाद ग्रामीणों ने शिप्रा नदी के समीप मौजूद मंदिरों में दर्शन किए। कई श्रद्धालु ऐसे भी थे जो पहले भी अमावस्या स्नान करने शहर आ चुके हैं। वहीं कुछ श्रद्धालु अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहली बार अमावस्या स्नान का पुण्य कमाने पहुंचे।
रामघाट सहित शिप्रा नदी के अन्य घाटों पर संपन्न हुए अमावस्या स्नान के लिए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए । श्रद्धालुओं ने घाटों पर लगे नलों और फव्वारों के माध्यम से स्नान की सुविधा का लाभ भी लिया। अमावस्या स्नान के दौरान घाटों पर प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और नदी में साफ - सफाई का ध्यान रखने के लिए नदी में बोट चलाने के इंतजाम भी किए गए।