कैदियों में देशभक्ति जगाने, ज्ञानवध्र्दन करने हेतु भेंट की 100 किताबें
उज्जैन। जेल में बंद कैदियों के विचारों में सार्थक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से कर्म सेवा धर्म सेवा परिवार द्वारा महापुरूषों के जीवन पर आधारित, ज्ञानवध्र्दक, देशभक्ति से परिपूर्ण तथा धर्मग्रंथ सहित करीब 100 किताबें जेल प्रशासन को भेंट की।
संस्था अध्यक्ष दर्शन ठाकुर के अनुसार जेल में बंद कैदी बाहर निकलकर सफल और सार्थक जीवन जिये इस उद्देश्य से उनके लिए स्वामी विवेकानंद, चाणक्य नीति, विदुर नीति, भगवान बुद्ध जैसे महापुरूषों की जीवनगाथा तथा अच्छे संस्कारों तथा जानकारियों से भरी जनरल नालेज, भारत सरकार के कानून, परिश्रम का फल, शिक्षापद कहानियाँ, संसार के आश्चर्य जैसी किताबें भेंट की गई। इनके अलावा कैदी अपनी उर्जा देशभक्ति में खर्च करें इसलिए भगत सिंह, शिवाजी, झाँसी की रानी, सुभाष चंद्र बॉस, प्रथ्वीराज चैहान जैसे देशभक्तों की किताबें भी दी गई। धर्म के मार्ग पर चलने हेतु इनमें भगवत गीता, कुरान, बाइबिल व गुरु ग्रंथ साहिब जैसी सभी धर्मों के धर्मग्रंथ सहित कुल 100 किताबें वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक यादव व राजेश तिवारी की उपस्थिति में केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के जेलर एम.एस. रावत को प्रदान की गयी।