top header advertisement
Home - उज्जैन << महंत के प्रतिनिधि समिति पर अनावश्यक दबाव न बनाएं

महंत के प्रतिनिधि समिति पर अनावश्यक दबाव न बनाएं


उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर सरकारी मंदिर है, मंदिर की व्यवस्था के लिए मंदिर प्रबंध समिति कार्य करती है। महाकालेश्वर मंदिर परिसीमा के अंतर्गत आने वाले मंदिर, पुजारी, पुरोहित, कर्मचारी और महंत ये सभी समिति के अधीनस्थ होते हैं लेकिन कुछ समय से महंत के प्रतिनिधि समिति पर बार-बार दबाव बनाकर कभी मुख्यमंत्री और कभी प्रभारी मंत्री का नाम लेकर धमकी देते हुए अतिक्रमणकारी  कर्मचारी पर दबाव, धन्नासेठों से सेटिंग करके महाकालेश्वर के गर्भगृह और नंदीके बीच गलियारे में व्यक्तियों या इनके परिवारों को खड़ा करते हैं। साथ ही भक्तों को जयकारा लगाने में भी आपत्ति ली जाती है। 

इस संबंध में अखिल भारतीय मंदिर मठ सनातन धर्म मोर्चा के अध्यक्ष किशोरसिंह कुशवाह ने लिखते हुए मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री और प्रबंध समिति अध्यक्ष को अवगत कराया है। ऐसे महंत प्रतिनिधि पर अंकुश लगाना चाहिये, साथ ही मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री को इनके कृत्यों से अवगत कराना चाहिये जिससे मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री भी आकलन कर सकें। पूर्व में भी समिति द्वारा दान पात्र लगाने पर दादागिरी की गई। ऐसा प्रतीत होता है कि महंत और इनके प्रतिनिधि महाकाल एक्ट में विश्वास नहीं करते हुए समानांतर समिति चलाना चाहते हैं। पत्र में लिखा है कि महंत एवं प्रतिनिधि महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के समानांतर समिति चलाने का प्रयास न करें नहीं तो मोर्चा इनके खिलाफ आंदोलन करेगा। 

Leave a reply