लाखों में एक-दो को होने वाली बीमारी ग्रेस्टिक वाल्वुलस का उज्जैन में हुआ इलाज
उज्जैन। लाखों लोगों में से एक या दो लोगों को होने वाली बीमारी गेस्ट्रिक वालक्युलय का इलाज डाॅ. उमेश जेठवानी ने सफल आॅपरेशन कर उज्जैन में ही कर दिखाया। अब तक लाखों रूपये खर्च कर लोग दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद के बड़े अस्पतालों में इलाज करने जाते थे, अब उज्जैन में ही कम खर्च में इस गंभीर बीमारी का इलाज संभव हो गया।
शांतिनगर निवासी ज्योति कदम उम्र 38 वर्ष 7 महीनों से पेट दर्द की समस्या से पीड़ित थी। वह जो भी खाती थी कुछ देर बाद उल्टी कर देती थी। इस वजह से उसका वजन भी लगातार कम होते हुए मात्र 24 किलो रह गया था। कई अस्पतालों तथा चिकित्सकों से उपचार कराने के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सकों ने उसे दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद के बड़े अस्पतालों में रफैर कर दिया। मरीज के परिजन उसे गुरूनानक अस्पताल में डाॅ. उमेश जेठवानी के पास लाए। जांचों के आधार पर पता चला कि मरीज को गेस्ट्रिक वालक्युलय नामक गंभीर बीमारी है जो लाखों लोगों में से एक या 2 को होती है। डाॅ. जेठवानी ने मरीज का लेप असिस्टेड गेस्ट्रेक्टोमी पध्दति से सफल आॅपरेशन किया। ज्योति अब स्वस्थ है तथा सामान्य व्यक्तियों की तरह खाना खा रही है और उनका वजन भी सामान्य है।
डाॅ. जेठवानी के अनुसार इस तरह की बीमारियों का इलाज अब तक देश के बड़े संस्थानों में ही होता था तथा इलाज में लाखों रूपये का खर्च आता था। वहीं गुरूनानक अस्पताल में डाॅ. जेठवानी ने यह आॅपरेशन उज्जैन में ही कम खर्च में कर दिखाया। अब तक इस प्रकार के इलाज का लाभ अमीर ही उठा पाता था लेकिन अब गरीबों को भी यह इलाज आसानी से शहर के गुरूनानक अस्पताल में मिल रहा है।