डायलेसिस यूनिट बनी गरीबों के लिये वरदान, 3664 डायलेसिस किये गये
उज्जैन । जिला चिकित्सालय उज्जैन में 26 जनवरी 2016 से प्रारम्भ की गई डायलेसिस यूनिट में अब तक 3664 डायलेसिस किये जा चुके हैं। 158 मरीजों का नियमित पंजीयन है, जिनके द्वारा सप्ताह में एक बार नियमित रूप से डायलेसिस का लाभ लिया जाता है। इनमें से दो मरीज ऐसे हैं, जिन्हें सप्ताह में दो बार डायलेसिस की आवश्यकता पड़ती है। मरीज श्री इकबाल गोखा उम्र 45 वर्ष निवासी तराना द्वारा बताया गया कि वे सप्ताह में दो बार नि:शुल्क इस सेवा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इससे पहले प्रायवेट चिकित्सालयों में उन्हें इसमें लगभग छह से सात हजार रूपये खर्च लग जाता था। जिला चिकित्सालय की यह यूनिट उनके लिये वरदान के समान है।
जिला चिकित्सालय की हिमोडायलेसिस यूनिट का संचालन एजेन्सी डीसीडीसी नईदिल्ली द्वारा किया जा रहा है। यहां दी जा रही सुविधाएं किसी प्रायवेट चिकित्सा संस्था से भी बेहतर है। दिन में तीन बार सफाई व्यवस्था की जाती है। छह प्रशिक्षित कर्मचारी यहां उपलब्ध हैं। मरीजों के साथ इनका व्यवहार मधुर है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिये कर्मचारियों द्वारा मरीजों को नियमित फॉलोअप भी किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि यह सुविधा बीपीएल कार्डधारियों के लिये पूर्णत: नि:शुल्क है। यूनिट के प्रभारी चिकित्सक डॉ.अनिल दुबे हैं। यूनिट में संक्रमण नियंत्रण हेतु सभी प्रक्रिया पूर्ण की जाती है। इस सकारात्मक वातावरण के कारण ही यहां मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में उपलब्ध पांच मशीन के अतिरिक्त पांच और मशीनों की मांग शासन से की गई है।