'एमपीयूडीसी' की सीवरेज योजना देश में उदाहरण होगी
उज्जैन । प्रदेश के नगरों में विश्व बैंक से सहायता प्राप्त 'मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट' का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में 6 नगरों में जल-प्रदाय एवं 16 नगरों की मल-निकासी योजनाओं का कार्य किया जाना है। इन 16 जल-निकासी योजनाओं में से 11 योजनाएँ नर्मदा नदी के तट के समीप स्थित नगरों की हैं। योजना की वित्तीय सहायता के लिये विश्व बैंक एवं राज्य शासन के मध्य अनुबंध किया जा चुका है।
विश्व बैंक से इस योजना के टास्क टीम लीडर श्री उरी राइच ने कहा है कि नगरीय निकायों को योजना का स्वामित्व लेते हुए कार्य करना होगा। साथ ही निकायों में सुधार कार्य भी आवश्यक हैं, ताकि विश्व बैंक की सहायता से क्रियान्वित की जाने वाली ये योजनाएँ भविष्य में सुचारु रूप से कार्यरत रहें।
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा प्रबंध संचालक, म.प्र. अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी श्री विवेक अग्रवाल ने कहा है कि इस आयोजन में अधिकांशत: सीवरेज योजनाएँ प्रस्तावित की गयी हैं। इनमें नर्मदा नदी के संरक्षण के उद्देश्य से अमरकंटक, महेश्वर, मण्डलेश्वर, नसरुल्लागंज, बुदनी, शाहगंज, ओंकारेश्वर, भेड़ाघाट, नेमावर एवं धरमपुरी नगर सम्मिलित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इन नगरों में सीवरेज योजना का क्रियान्वयन इतना सुनियोजित किया जाये कि सम्पूर्ण देश में यह उदाहरण हो। श्री अग्रवाल ने कहा कि 'एमपीयूडीसी' तथा नगरीय निकाय एक साथ मिलकर कार्य करें। श्री आर.के. व्यास, प्रमुख अभियंता द्वारा योजना की जानकारी दी गयी।