जनसुनवाई में आये विभिन्न प्रकरणों के निराकरण हेतु दिशा निर्देश जारी
उज्जैन । मंगलवार को बृहस्पति भवन में संयुक्त कलेक्टर श्री केके रावत एवं अन्य के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रात: 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक जनसुनवाई में आये विभिन्न प्रकरणों के निराकरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये।
पंवासा मक्सी रोड़ निवासी आशा बाई पति पुरूषोत्तम मालवीय ने आवेदन दिया कि उनका परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करता है अत: उनकी पुत्री के विवाह के लिए शासन द्वारा प्रोत्साहन राशी दिलवायी जाये, इस पर उपायुक्त नगर निगम को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम शंकर खेड़ी तहसील महिदपुर निवासी मांगूसिंह पिता करण सिंह ने आवेदन दिया कि गांव के स्थानीय व्यक्ति द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान नही बनाने दिया जा रहा है। इस पर सीईओ जिला पंचायत को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम बाड़कुम्मेद निवासी राय सिंह पिता भेरा जी ने आवेदन दिया कि वे और उनके कुछ साथियों के पास रहने के लिए मकान नही है। प्राथी खेतीहर मजदूर है और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करता है। प्राथी ने मकान दिलवाने बाबत आवेदन दिया इस पर नगर निगम उज्जैन को नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा गया।
ग्राम पिपलू तहसील बड़नगर निवासी गोरधन पिता पीरू ने आवेदन दिया कि गांव के कुछ स्थानीय व्यक्तियों द्वारा आपसी दुश्मनी के तहत उनके साथ मारपीट की गई। आवेदक ने बड़नगर थाना में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी परंतु अभी तक इस मामले में कोई भी कार्यवाही नही की गई है। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को आवश्यक कार्यवाही हेतु आवेदन अग्रेसित किया गया।
ग्राम पगारा तहसील नागदा के निवासियों ने गांव की शासकीय बीड को सार्वजनिक रूप से नीलाम करवाये जाने और गांव के तालाब का अतिक्रमण हटवाने बाबत आवेदन दिया, जिस पर तहसीलदार नागदा को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम पिपलोदा सागोती माता तहसील नागदा निवासी प्रताप सिंह पिता मांगूसिंह ने आवेदन दिया कि उन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशी दिलवायी जाये। इस पर एसडीओ राजस्व नागदा को परीक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
गांधीनगर उज्जैन निवासी अनीसा बी पति हैदर खां ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व के मकान में रहने वाले किरायेदार न तो किराया दे रहे है और न ही उनका मकान खाली कर रहे हैं। प्रार्थीया द्वारा मकान खाली करने की बात कहने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है इस पर तहसीलदार उज्जैन को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।