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विकेन्द्रीकृत एवं एकीकृत जिला योजना का प्रशिक्षण हुआ


 

उज्जैन। विकेन्द्रीकृत एवं एकीकृत जिला योजना वर्ष 2018-19 तैयार करने के लिये
आज 29 जुलाई को एक दिवसीय प्रशिक्षण बृहस्पति भवन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन
अधिकारी श्री संदीप जीआर की उपस्थिति में दिया गया। प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न विभागों के
जिला अधिकारी मौजूद थे।
प्रशिक्षण में जिला योजना अधिकारी सुश्री राजश्री सांकले ने योजना बनाने के लिये आवश्यक
तैयारियों के बारे में पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों के अनुभव को
शामिल करते हुए पूर्व वर्षों की भांति ही जिला स्तर पर एवं शहरी एवं ग्रामीण निकायों हेतु क्षेत्रवार उप
समितियां बनाते हुए योजना बनाई जाये। ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम योजनाओं का निर्माण विकेन्द्रीकृत
नियोजन प्रक्रिया द्वारा किया जायेगा। इसको संचालित करने के लिये जिला स्तरीय नियोजन दल का
गठन जिला पंचायत के नेतृत्व में होगा। तकनीकी सहायता दल का गठन किया जायेगा। तकनीकी
सहायता दल-1 जनअभियान परिषद द्वारा चयनित प्रस्फुटन समितियों, नवांकुर समितियों, सर्वेक्षण
सहायकों, ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम कोटवार, ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों,
स्थानीय स्तर पर सक्रिय एनजीओ एवं जनप्रतिनिधियों को मिलाकर बनाया जायेगा। तकनीकी सहायता
दल-2 में शिक्षक, जनशिक्षक, एएनएम, कृषि विकास विस्तार अधिकारी, अतिरिक्त विकास विस्तार
अधिकारी, वन क्षेत्रपाल, उपयंत्री, बीट काँस्टेबल आदि शामिल होंगे।
ग्राम सभा स्तर पर नियोजन की कार्यवाही ग्राम विकास समिति द्वारा संचालित की जायेगी।
यदि किसी ग्राम सभा में ग्राम विकास समिति सक्रिय नहीं है तो व्यापक जन-भागीदारी सुनिश्चित
करने के लिये अस्थाई समिति के रूप में ग्राम स्तरीय नियोजन समिति का गठन किया जा सकता है।
ग्राम स्तरीय समुदाय आधारित संस्थाओं जैसे- स्व-सहायता समूह, वन समिति, वाटरशेड समिति,
पालक-शिक्षक संघ, ग्राम रक्षा समिति आदि को नियोजन हेतु विचार-विमर्श में अनिवार्यत: सम्मिलित
किया जायेगा।
प्रशिक्षण में जानकारी दी गई कि शहरी क्षेत्र को तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिये
जिला स्तरीय शहरी नियोजन दल बनाया जायेगा। इसका संचालन परियोजना अधिकारी शहरी विकास
अभिकरण करेंगे। नगरीय योजना बनाने के लिये दो से तीन वार्डों पर संचालन, तकनीकी मार्गदर्शन एवं
नियोजन की कार्यवाही को पूर्ण कराने के लिये तकनीकी सहायता दलों का गठन किया जायेगा। यह
दल मोहल्ला समितियों के साथ समन्वय कर नियोजन की प्रक्रिया को पूर्ण करवायेंगे। तकनीकी दल दो
तरह के बनेंगे। प्रथम दल में सर्वेक्षण सहायक, मुख्यमंत्री कम्युनिटी लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम के
तहत पंजीकृत विद्यार्थी, नगरीय रक्षा समितियों के सदस्य शामिल होंगे, जबकि द्वितीय दल में
स्थानीय अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, इंजीयर व सब-इंजीनियरों को शामिल किया जायेगा।
 

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