सुरक्षा, सुगमता एवं स्वास्थ्य का रहेगा विशेष ध्यान
नागपंचमी की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न
उज्जैन । इस बार नागपंचमी के अवसर पर प्रशासन दर्शनार्थियों की सुरक्षा, सुगमता से दर्शन व्यवस्था के साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखेगा। मन्दिर में दर्शन के लिए आने वाले साधु-सन्तों के आगमन पर उनके स्वागत एवं सम्मानपूर्वक दर्शन की भी विशेष व्यवस्था इस बार की जा रही है।
कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे की अध्यक्षता में आज बुधवार को तैयारियों की समीक्षा की गई तथा सभी विभागों को व्यवस्थाओं सम्बन्धी दायित्व सौंपे गए। इस अवसर पर एडीजीपी श्री व्ही.मधुकुमार, डीआईजी श्री रमनसिंह सिकरवार, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप जीआर, निगम आयुक्त डॉ.विजयकुमार जे. सहित प्रशासनिक, पुलिस एवं अन्य सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि महाकाल के पास हर 100 मीटर पर पैरा मेडिकल टीम तैनात की जाए, जो स्वास्थ्य सुविधाएं दर्शनार्थियों को प्रदान करेगी। महाकाल मन्दिर तथा आसपास के 07 बिन्दुओं पर नि:शुल्क दवा वितरण की व्यवस्था रहेगी।
नागपंचमी के अवसर पर बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों का रेलवे स्टेशन एवं बसस्टेण्ड पर स्वागत भी किया जाएगा। इस कार्य में स्वयंसेवी संगठनों की मदद लिए जाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
वाहनों की पार्किंग के लिए चार बिन्दु भारत माता मन्दिर के पीछे, हरसिद्धि की पाल के पास, चारधाम के पास तथा बेगमबाग में व्यवस्था की जा रही है। नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के सामान्य लाइन में दर्शनों के अलावा 250 रूपए की रसीद कटवाकर दूसरी लाइन से दर्शनों की भी व्यवस्था की जा रही है।
नागपंचमी के अवसर पर महाकाल मन्दिर में नि:शक्त एवं वृद्धजनों को दर्शनों के लिए विशेष सुविधा प्रशासन द्वारा प्रदाय की जाएगी। इसके लिए 50 व्हील चेयर मन्दिर के अन्दर तथा 50 व्हील चेयर बाहर रखवाई जा रही हैं। उनके लिए पृथक प्रवेश की व्यवस्था रहेगी।
कलेक्टर ने किसी भी आपदा अथवा दुर्घटना से निपटने के लिए सभी सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यकता पड़ने पर फायर फाइटर, एम्बुलेंस 2 से 10 मिनिट में घटना स्थल पर पहुंच जानी चाहिए। आपदा प्रबंधन के लिए ‘मॉक ड्रिल’ की आवश्यकता भी उन्होंने बताई। बताया गया कि ‘मॉक ड्रिल’ की जा चुकी है।
दर्शनार्थियों की प्रवेश व्यवस्था
नागपंचमी पर्व पर मन्दिर में की जाने वाली व्यवस्थाओं और प्रवेश व्यवस्था के बारे में बैठक में जानकारी दी गई कि सामान्य दर्शनार्थियों की दर्शन व्यवस्था हरसिद्धि चौराहा से बड़ा गणेश मन्दिर, पुलिस चौकी के सामने, माधव न्यास सेवा पार्किंग स्थल के झिकझेक से पुराने प्रशासनिक कार्यालय के सामने के बैरिकेट से होते हुए टनल की छत से फेसिलिटी सेन्टर से प्रवेश कर मार्बल गलियारा होते हुए नृसिंह मन्दिर से महाकाल परिसर के बैरिकेट से होते हुए भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन की व्यवस्था रहेगी। इसी तरह शीघ्र दर्शन हेतु 250 रूपये के टिकिट लेने वाले दर्शनार्थी और पासधारक शंख चौराहा से होते हुए फेसिलिटी सेन्टर से प्रवेश करेंगे। इसी प्रकार भगवान महाकाल के दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों का प्रवेश भस्म आरती द्वार से प्रवेश कर विश्रामधाम की रैम्प होते हुए सभा मण्डप से दर्शन की व्यवस्था रहेगी। इनकी निर्गम व्यवस्था आपातकालीन द्वार से होगी। इसी प्रकार वीवीआईपी की दर्शन व्यवस्था महाकाल धर्मशाला से प्रवचन हॉल होते हुए रहेगी।
पार्किंग स्थल
पार्किंग व्यवस्था चारधाम मन्दिर, नृसिंह घाट की ओर, माधव न्यास सेवा के पीछे, हरसिद्धि पाल चौराहा के समीप रहेगी। जूता स्टेण्ड की व्यवस्था पूर्ववत रहेगी। जूता स्टेण्ड पूर्व में विक्रम टीले के सामने रोड के किनारे के स्थान पर पृथक से की जायेगी। अधिकारी-कर्मचारी दो शिफ्टों में अपनी ड्यूटी देंगे। बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने ड्यूटी देने वाले अधिकारी-कर्मचारी को निर्देश दिये हैं कि वे अपने परिजनों या परिचितों को दर्शन कराने में किसी भी प्रकार की मदद न करें। व्यवस्थाएं बनाने में अपनी पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य को अंजाम दें। महाकाल प्रांगण की सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रभारी अपर कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा रहेंगे। महाकाल मन्दिर के आसपास पूर्ण रूप से नो व्हीकल झोन रहेगा। इसी प्रकार मानसेवी अधिकारियों की सेवा मन्दिर के बाहर रहेगी। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि नागपंचमी पर्व पर रामघाट, दत्त अखाड़ा क्षेत्र, त्रिवेणी आदि प्रमुख स्थानों पर भी कानून व्यवस्था आदि की जिम्मेदारी हेतु अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात किया जाये। इन क्षेत्रों में होमगार्ड के जवान भी तैनात रहेंगे। जिन अधिकारी-कर्मचारियों को दायित्व सौंपे हैं वे भलीभांति अपने कर्त्तव्य स्थल पर मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी देंगे।
नागपंचमी पर्व पर वर्ष में एक बार भगवान नागचंद्रेश्वर के पट खुलेंगे
सनातन धर्म में नागपंचमी को नाग की पूजा का विशेष महत्व है और यही कारण है कि इस दिन नाग मन्दिरों में विशेष पूजा अर्चना होती है। उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मन्दिर के ऊपर नागचंद्रेश्वर मन्दिर के पट साल में एक बार चौबीस घंटे के लिये सिर्फ नागपंचमी के दिन खुलते हैं। 27 जुलाई गुरूवार की रात्रि 12 बजे पट खुलेंगे। नागचंद्रेश्वर का मन्दिर महाकालेश्वर मन्दिर के सबसे ऊपरी तल पर स्थित है। इस मन्दिर में 11वी शताब्दी की प्रतिमा स्थापित है। एक प्रतिमा में नाग के फन पर शंकर पार्वती विराजमान है और इस प्रतिमा के दर्शन के बाद ही नागचंद्रेश्वर महादेव के दर्शन होते हैं। मान्यता है कि नागपंचमी के मौके पर इस मन्दिर के दर्शन से कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है। 27 जुलाई गुरूवार की रात्रि 12 बजे विशेष पूजा अर्चना के साथ आम भक्तों के लिये मन्दिर के पट खुल जायेंगे और नागचंद्रेश्वर महादेव के लगातार चौबीस घंटे दर्शन होंगे। मन्दिर के पट शुक्रवार 28 जुलाई की रात्रि 12 बजे बन्द होंगे। इस दौरान हजारों श्रद्धालु भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करेंगे। इसे देखते हुए प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।